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JLN मेडिकल कॉलेज प्राचार्य की कार्यशैली से शहर कांग्रेस कमेटी नाराज, प्राचार्य को हटाने की मांग - जेएलएन प्रिंसिपल को हटाने का मांग

अजमेर में जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की कार्यशैली से शहर कांग्रेस कमेटी नाराज हैं. ऐसे में शुक्रवार को कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को शिकायत पत्र भेजकर प्राचार्य को हटाने की मांग की हैं.

जेएलएन प्रिंसिपल को हटाने का मांग, Demand to remove JLN principal
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को हटाने का मांग
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Published : May 15, 2020, 7:22 PM IST

अजमेर. शहर कांग्रेस कमेटी ने जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं. नाराज शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन ने मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को शिकायत पत्र भेजकर प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें अजमेर से हटाए जाने तक की अनुशंसा तक कर डाली है.

मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को हटाने का मांग

शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में आपसी खींचतान के कारण मरीज परेशान हो रहे हैं. जैन ने आरोप लगाया है कि जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर बीपी सिंह के कारण 55 दिनों से अस्पताल में कोरोना वायरस रिक्त किसी अन्य बीमारी का इलाज नहीं हो रहा है. अस्पताल में ऑर्थोपेडिक्स रोग बाल और शिशु रोग, मधुमेह, लकवा, शल्य चिकित्सा, न्यूरो रोग, हृदय रोग का आउट डोर तक बंद रखा गया है.

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जैन ने बताया कि अस्पताल में कोरोना के अतिरिक्त अन्य किसी भी तरह की बीमारियों का इलाज नहीं हो रहा है. जिस कारण पीड़ित मरीजों के मृत्यु दर में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. जैन ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में अन्य रोग के लिए ओपीडी संचालित करने को लेकर प्राचार्य को पूर्व में अवगत करवा दिया गया था.

बावजूद इसके उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. लॉकडाउन में किसी भी व्यक्ति को कोई तकलीफ ना हो, इसके लिए राजस्थान सरकार बहुत ही संवेदनशील है. ऐसा में जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य वीबी सिंह कोरोना के अतिरिक्त मरीजों के इलाज की व्यवस्था नहीं दे पा रहे हैं. जैन ने बताया कि अस्पताल गंदगी की चपेट में है. जहां पर कोरोना वायरस रोगियों को भर्ती किया जा रहा है. उस वार्ड में भी गंदगी का अंबार है.

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जेएलएन में नागौर, भीलवाड़ा और टोंक के मरीज आते हैं. ऐसे रेफर मरीजों के इलाज के लिए सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की आवश्यकता होती है. इनमें न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरो सर्जन, नेफ्रोलॉजिस्ट शामिल है. अजमेर में काफी प्रयासों से न्यूरोलॉजिस्ट आए है, तो उन्हें आवास तक प्राचार्य मोहिया नहीं करवा पा रहे हैं.

अजमेर. शहर कांग्रेस कमेटी ने जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए हैं. नाराज शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन ने मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को शिकायत पत्र भेजकर प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें अजमेर से हटाए जाने तक की अनुशंसा तक कर डाली है.

मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को हटाने का मांग

शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में आपसी खींचतान के कारण मरीज परेशान हो रहे हैं. जैन ने आरोप लगाया है कि जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर बीपी सिंह के कारण 55 दिनों से अस्पताल में कोरोना वायरस रिक्त किसी अन्य बीमारी का इलाज नहीं हो रहा है. अस्पताल में ऑर्थोपेडिक्स रोग बाल और शिशु रोग, मधुमेह, लकवा, शल्य चिकित्सा, न्यूरो रोग, हृदय रोग का आउट डोर तक बंद रखा गया है.

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जैन ने बताया कि अस्पताल में कोरोना के अतिरिक्त अन्य किसी भी तरह की बीमारियों का इलाज नहीं हो रहा है. जिस कारण पीड़ित मरीजों के मृत्यु दर में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है. जैन ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में अन्य रोग के लिए ओपीडी संचालित करने को लेकर प्राचार्य को पूर्व में अवगत करवा दिया गया था.

बावजूद इसके उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. लॉकडाउन में किसी भी व्यक्ति को कोई तकलीफ ना हो, इसके लिए राजस्थान सरकार बहुत ही संवेदनशील है. ऐसा में जेएलएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य वीबी सिंह कोरोना के अतिरिक्त मरीजों के इलाज की व्यवस्था नहीं दे पा रहे हैं. जैन ने बताया कि अस्पताल गंदगी की चपेट में है. जहां पर कोरोना वायरस रोगियों को भर्ती किया जा रहा है. उस वार्ड में भी गंदगी का अंबार है.

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जेएलएन में नागौर, भीलवाड़ा और टोंक के मरीज आते हैं. ऐसे रेफर मरीजों के इलाज के लिए सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सकों की आवश्यकता होती है. इनमें न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरो सर्जन, नेफ्रोलॉजिस्ट शामिल है. अजमेर में काफी प्रयासों से न्यूरोलॉजिस्ट आए है, तो उन्हें आवास तक प्राचार्य मोहिया नहीं करवा पा रहे हैं.

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