अजमेर. सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह से जुड़े तमाम संगठनों में शामिल चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन सैयद सलमान चिश्ती ने (Chishti Foundation Chairman Syed Salman Chishti statement) बड़ा बयान दिया है. चिश्ती का कहना है कि दरगाह से जुड़ा हर वह शख्स जो चिश्ती रिवायत को मानता है वह ऐसे लोगों का बहिष्कार करे जो हिंसा और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन सैयद सलमान ने कहा कि तीन दिन पहले ही वह विदेश से लौटे हैं. राजस्थान में ऐसे मामले हुए जिसकी पूरी कौम, दरगाह शरीफ के ओहदेदारों ने निंदा की है. दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग इंसानियत के कातिल और गुनहगार हैं उन पर रहम नहीं होना चाहिए. चिश्ती ने कहा कि अजमेर में जिस शख्स ने नुपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाला वीडियो वायरल किया है उसका नाम भी सलमान चिश्ती है और वह दरगाह थाने का हिस्ट्रीशीटर है.
आरोपी आदतन नशेड़ी भी है. उसके वीडियो से पूरे मुल्क में वैमनस्य फैला है. उसकी हम निंदा करते हैं. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है लेकिन गूगल में कई मीडिया पोर्टल मेरी फोटो और वीडियो का इस्तेमाल कर रहे हैं. इससे मेरी बदनामी हो रही है जबकि मैं विदेशों में देश का प्रतिनिधि बनकर ख्वाजा गरीब नवाज की शिक्षा का प्रसार कर रहा था.
खुदाम ए ख्वाजा को पीढ़ी दर पीढ़ी सिखाते हैं... मोहब्बत सबसे, नफरत किसी से नहीं
खादिम सैयद सलमान चिश्ती ने कहा कि इंसानियत के खिलाफ, भारत के संविधान और अमन के खिलाफ वीडियो पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ख्वाजा गरीब नवाज की शिक्षा है कि मोहब्बत सबसे, नफरत किसी से नहीं. 800 बरस से यही पैगाम पीढ़ी दर पीढ़ी खुदाम ए ख्वाजा को मिलता आया है. बचपन से ही सिखाया जाता है कि दरगाह आने वाले किसी भी शख्स का नाम और मजहब न पूछें. केवल एक बात पूछते हैं कि हम आपकी क्या सेवा कर सकते हैं. दोनों हाथ उठाकर उसके लिए दुआ करते हैं. उन्होंने कहा कि दरगाह में हर धर्म मजहब के लोगों का जुड़ाव है. इसलिए 800 बरस से दरगाह में पकने वाला लंगर में प्याज और लहसुन का प्रयोग नहीं करते हैं. यह इसलिए किया जाता रहा है कि उसे हर मजहब के लोग खा सकें. यह ख्वाजा गरीब नवाज की शिक्षा है. उसके बावजूद यदि कोई शख्स गरीब नवाज की तालीम से हटकर बात या कार्य करता है तो हम उसका बहिष्कार करते हैं.
दहशतगर्दी फैलाने वाले नारे बचपन से कभी नहीं सुने
चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन सलमान चिश्ती ने कहा कि दहशतगर्दी को बढ़ावा देने वाले ऐसे भड़काऊ नारे पहले कभी नही सुने गए जो अब सुनने और देखने को मिल रहे हैं. मुल्क में वह कौन लोग हैं जो वैमनस्य फैलाने के लिए यह नारे लगवा रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच हो. ऐसे लोग बेनकाब हों और उन्हें कड़ी सजा मिले. यह मुल्क अमन और मोहब्बत का है यहां दहशतगर्दी न कभी कामयाब हुई है और न हो पाएगी. हम हिंदुस्तानी किसी भी नफरत फैलाने और बांटने वाली ताकतों को कामयाब नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसे नफरत फैलाने वाले लोगों के बहकावे में न आएं और उसकी शिकायत पुलिस से करें.