अजमेर. वैश्विक महामारी कोरोना के बाद लगभग 10 माह बाद सोमवार को फिर से स्कूलों में रौनक लौटी है. जहां इस बार सरकारी गाइडलाइन के अनुसार बच्चों को प्रवेश दिया गया. वहीं सबसे पहले थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से बच्चों का टेम्प्रेचर लिया गया, जिसके बाद सैनिटाइज करवाकर उन्हें कक्षा में बैठाया गया.
कक्षा में बैठने के लिए भी निर्धारित दूरी तय की गई थी. अग्रसेन विद्यालय की प्रधानाध्यापिका मीना शर्मा के अनुसार राज्य सरकार की ओर से निर्धारित की गई गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया गया है. बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए कक्षा में बैठाया गया, किसी भी बच्चों को एक दूसरे से पेन या पेंसिल या अन्य कोई भी वस्तु आदान प्रदान करने की अनुमति नहीं दी गई. उन्होंने कहा कि बच्चों के अध्ययन के साथ उनके स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाएगा. जिससे कि कोरोना महामारी को हराया जा सके.
पुलिस लाइन स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में भी हुई सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
ईटीवी भारत ने खास बातचीत स्कूल के प्रधानाचार्य विमला सिंह से की. जहां उन्होंने बताया कि 18 जनवरी से सभी स्कूलों को खोलने का आदेश दिए गए थे. जिसके बाद सोमवार को सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए सभी विद्यार्थियों को कक्षा में बैठाया गया, हालांकि अभी भी विद्यार्थियों में डर बना हुआ है, तो वहीं स्कूल प्रशासन की ओर से सहमति पत्र भी सभी बच्चों के अभिभावकों से भरवाए जा रहा है. जिसके बाद ही उन्हें स्कूल में बैठाया गया. उन्होंने बताया कि 320 दिन बाद स्कूलों को खोला गया है.
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सरकारी के साथ गैर सरकारी स्कूलों को भी खोला
निजी शिक्षण संस्थान के प्रदेशाध्यक्ष कैलाश शर्मा के अनुसार उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के आदेश के बाद गैर सरकारी स्कूलों को खोल दिया गया है, लेकिन राज्य सरकार के आदेशों के 11 नंबर बिंदु को जल्द हटाया जाए, क्योंकि उन्होंने कहा कि निजी शिक्षण संस्थान की ओर से उसका लगातार विरोध जारी रहेगा.