अजमेर. शहर भाजपा अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने पदाधिकारियों के साथ नगर निगम पहुंचकर आयुक्त चिन्मय गोपाल को परिसीमन के अंतिम दिन आपत्ति दर्ज कराई है. हेड़ा ने आयुक्त से कहा है कि भाजपा परिसीमन के खिलाफ नहीं है. लेकिन वर्तमान में जो परिसीमन किया जा रहा है वह विधि सम्मत भी नहीं है.
हेड़ा ने तर्क दिया है कि वर्तमान में हो रहा परिसीमन साल 2011 की जनसंख्या के अनुसार है. उस वक्त अजमेर की जनसंख्या पांच लाख 42 हजार थी. उसके पांच साल बाद वार्डों का पुनर्गठन किया गया. उन्होंने कहा कि नगर निगम के चुनाव साल 2020 में होने हैं. वहीं साल 2021 में नई जनसंख्या गणना होगी.
उन्होंने कहा कि परिसीमन नई जनसंख्या गणना के बाद ही होना चाहिए था. नगर निगम चुनाव और जनसंख्या गणना में छह माह का अंतर है. ऐसे में पुरानी जनसंख्या गणना के आधार पर परिसीमन करने का कोई औचित्य नजर नहीं आ रहा है. जबकि साल 2021 की नई जनगणना के आधार पर नगर निगम के वार्डों का परिसीमन होना चाहिए था.
हेड़ा ने आयुक्त से आग्रह किया है कि परिसीमन को अंतिम रूप देने से पहले वे आपत्ति करते हैं कि राजनीतिक और जनप्रतिनिधियों को बुलाकर चर्चा की जाए. साथ ही परिसीमन के लिए सरकार की ओर से बनी गाइडलाइन का भी अनुसरण नहीं किया जा रहा है. साल 2011 से अब तक कई लोग शहर में इधर से उधर रहने लगे हैं, जिसका कोई आकलन भी नहीं है.
गाइडलाइन के अनुसार नई वोटिंग लिस्ट तैयार करवाकर मकानों पर उनके नंबर नगर निगम को लगाने थे. लेकिन यह काम भी पूरा नहीं हुआ. बावजूद इसके हो रहा परिसीमन विधि सम्मत नहीं है. हेड़ा ने परिसीमन को लेकर नगर निगम को अपनी आपत्ति दर्ज तो करवा दी है. लेकिन परिसीमन का उन्होंने खुला विरोध नहीं किया है. हालांकि परिसीमन को विधि सम्मत नहीं बताकर हिलाने परिसीमन प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं.