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डॉ. विक्रम साराभाई का जन्म शताब्दी वर्ष : अजमेर में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का आगाज - अजमेर न्यूज

अजमेर के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में डॉ. विक्रम साराभाई के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी की बुधवार से शुरुआत की गई, जिसमें अजमेर के 70 सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है.

अजमेर न्यूज, ajmer news
एमडीएस यूनिवर्सिटी में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का हुआ आगाज
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Published : Jan 8, 2020, 8:22 PM IST

अजमेर. जिले के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में सुदूर संवेदन एवं भू सूचना विभाग तथा क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र ( पश्चिम ) के संयुक्त तत्वधान में डॉ. विक्रम साराभाई के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का बुधवार से आगाज हुआ. प्रदर्शनी के माध्यम से अजमेर के 70 सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है.

एमडीएस यूनिवर्सिटी में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का हुआ आगाज

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के स्वराज सभागार में अंतरिक्ष विज्ञान को लेकर एक संगोष्ठी का भी आयोजन हुआ, जिसमें क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र जोधपुर से जुड़े वैज्ञानिकों ने आयोजित प्रदर्शनी एवं अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में उपस्थित विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी.

जोधपुर के क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र के महाप्रबंधक डॉ. एस श्रीनिवास राव ने बताया कि भारत में डॉ. विक्रम साराभाई को अंतरिक्ष विज्ञान का जनक माना जाता है. डॉ. साराभाई की जन्म शताब्दी के अवसर पर विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, इसमें विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में अलग अलग विषयों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.

पढ़ेंः दारा एनकाउंटर प्रकरण: पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ सहित 23 के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश

राव ने अपने संबोधन में कहा कि हाल ही में चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण पर पूरी दुनिया ने भारत का लोहा माना. दुर्भाग्य से चंद्रमा की सतह से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूरी पर गति अधिक होने के कारण चंद्रयान की हॉट लैंडिंग हुई और वह क्षतिग्रस्त हो गया.

श्रीनिवास ने कहा कि सफलता से ही चंद्रयान 3 तथा 2022 में मानव युक्त गगनयान का प्रक्षेपण किया जाएगा. राव ने यह भी कहा कि प्रदर्शनी का उद्देश्य युवा विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जागरूकता और जिज्ञासा उत्पन्न करना है.

पढ़ें- मुण्डावर में CAA और NRC के समर्थन में निकाली विशाल रैली

विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों को इसरो के तहत अब तक हुए अंतरिक्ष कार्यक्रमों और विभिन्न मॉडल के जरिए अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में बताया गया. बता दें कि यह विज्ञान प्रदर्शनी 10 जनवरी तक आयोजित होगी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश डॉ. शक्ति सिंह शेखावत, एडीएम सिटी सुरेश सिंधी सहित यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स मौजूद रहे.

अजमेर. जिले के महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में सुदूर संवेदन एवं भू सूचना विभाग तथा क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र ( पश्चिम ) के संयुक्त तत्वधान में डॉ. विक्रम साराभाई के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का बुधवार से आगाज हुआ. प्रदर्शनी के माध्यम से अजमेर के 70 सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है.

एमडीएस यूनिवर्सिटी में तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का हुआ आगाज

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के स्वराज सभागार में अंतरिक्ष विज्ञान को लेकर एक संगोष्ठी का भी आयोजन हुआ, जिसमें क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र जोधपुर से जुड़े वैज्ञानिकों ने आयोजित प्रदर्शनी एवं अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में उपस्थित विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी.

जोधपुर के क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र के महाप्रबंधक डॉ. एस श्रीनिवास राव ने बताया कि भारत में डॉ. विक्रम साराभाई को अंतरिक्ष विज्ञान का जनक माना जाता है. डॉ. साराभाई की जन्म शताब्दी के अवसर पर विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, इसमें विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में अलग अलग विषयों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है.

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राव ने अपने संबोधन में कहा कि हाल ही में चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण पर पूरी दुनिया ने भारत का लोहा माना. दुर्भाग्य से चंद्रमा की सतह से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूरी पर गति अधिक होने के कारण चंद्रयान की हॉट लैंडिंग हुई और वह क्षतिग्रस्त हो गया.

श्रीनिवास ने कहा कि सफलता से ही चंद्रयान 3 तथा 2022 में मानव युक्त गगनयान का प्रक्षेपण किया जाएगा. राव ने यह भी कहा कि प्रदर्शनी का उद्देश्य युवा विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जागरूकता और जिज्ञासा उत्पन्न करना है.

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विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों को इसरो के तहत अब तक हुए अंतरिक्ष कार्यक्रमों और विभिन्न मॉडल के जरिए अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में बताया गया. बता दें कि यह विज्ञान प्रदर्शनी 10 जनवरी तक आयोजित होगी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश डॉ. शक्ति सिंह शेखावत, एडीएम सिटी सुरेश सिंधी सहित यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स मौजूद रहे.

Intro:अजमेर। अजमेर में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में सुदूर संवेदन एवं भू सूचना विभाग तथा क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र ( पश्चिम ) के संयुक्त तत्वधान में डॉ विक्रम साराभाई के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान प्रदर्शनी का बुधवार से आगाज हुआ। प्रदर्शनी के माध्यम से अजमेर के 70 सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है।

इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के स्वराज सभागार में अंतरिक्ष विज्ञान को लेकर एक संगोष्ठी का भी आयोजन हुआ। इसमें क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र जोधपुर से जुड़े वैज्ञानिकों ने आयोजित प्रदर्शनी एवं अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में उपस्थित विद्यार्थियों को महत्वपूर्ण जानकारियां दी। जोधपुर के क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र के महाप्रबंधक डॉ एस श्रीनिवास राव ने बताया कि भारत में डॉ विक्रम साराभाई को अंतरिक्ष विज्ञान का जनक माना जाता है। डॉ साराभाई की जन्म शताब्दी के अवसर पर विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है इसमें विद्यार्थियों को विज्ञान के क्षेत्र में अलग अलग विषयों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। राव ने अपने संबोधन में कहा कि हाल ही में चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण पर पूरी दुनिया ने भारत का लोहा माना दुर्भाग्य से चंद्रमा की सतह से मात्र डेढ़ किलोमीटर दूरी पर गति अधिक होने के कारण चंद्रयान की हॉट लैंडिंग हुई और वह क्षतिग्रस्त हो गया डॉक्टरों ने कहा कि सफलता से ही चंद्रयान 3 तथा 2022 में मानव युक्त गगनयान का प्रक्षेपण किया जाएगा राव ने यह भी कहा कि प्रदर्शनी का उद्देश्य युवा विद्यार्थियों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जागरूकता व जिज्ञासा उत्पन्न करना है . ..
बाइट डॉ एस श्रीनिवास राव महाप्रबंधक क्षेत्रीय सुदूर संवेदन केंद्र

विज्ञान प्रदर्शनी में विद्यार्थियों को इसरो के तहत अब तक हुए अंतरिक्ष कार्यक्रमों और विभिन्न मॉडल के जरिए अंतरिक्ष विज्ञान के बारे में बताया गया। बता दें कि यह विज्ञान प्रदर्शनी 10 जनवरी तक आयोजित होगी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश डॉ शक्ति सिंह शेखावत एडीएम सिटी सुरेश सिंधी सहित यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर्स मौजूद रहे।



Body:प्रियांक शर्मा
अजमेर


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