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सहायक आचार्य भर्ती परीक्षा 2020: राजनीति विज्ञान के पेपर्स में 200 से अधिक प्रश्न एक ही पुस्तक से लेने का आरोप, जांच कमेटी ने दी क्लीन चिट - Jaipur News

राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक आचार्य भर्ती परीक्षा 2020 में कुछ अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि 200 से अधिक प्रश्न एक ही पुस्तक से ले लिए गए. इस मामले में जांच कमेटी ने क्लीन चिट दी है.

Assistant professor exam 2020
Assistant professor exam 2020
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Published : Oct 20, 2021, 7:38 PM IST

Updated : Oct 20, 2021, 11:08 PM IST

अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक आचार्य (काॅलेज शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा, 2020 में राजनीति विज्ञान के प्रश्न-पत्रों में पूछे गए सभी प्रश्न स्तरीय व मौलिक ग्रंथों से ही लिए गए. इस आधार पर जांच कमेटी ने मामले में क्लीन चिट दे दी है. गौरतलब है कि विभिन्न माध्यम से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आयोग ने संज्ञान लेकर प्रश्नों की जांच के लिए कमेटी गठित की थी. आयोग को शिकायतें मिल रही थी कि राजनीति विज्ञान के प्रथम और द्वितीय प्रश्न पत्र में पूछे गए सवाल एक ही पुस्तक से लिए गए.

अभ्यार्थियों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के विषय विशेषज्ञों की जांच कमेटी से जांच करवाई. जांच कमेटी ने सभी संदर्भों के परीक्षण के बाद क्लीन चिट दे दी है. कमेटी ने जांच में पाया कि शिकायतकर्ताओं की ओर से जिस पुस्तक से 200 से अधिक प्रश्न आने का दावा किया जा रहा था, उसमें अधिकांशतः मात्र शीर्षकों पर ही फ्लेग लगाकर यह सिद्ध करने का प्रयत्न किया गया था कि अधिकतर प्रश्न एक ही पुस्तक से पूछे गए हैं. कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत कर दी है.

पढ़ें: रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड जल्द शुरू करेगा पीएम वाणी वाईफाई सेवा : सीएमडी पुनीत चावला

जांच रिपोर्ट में राजनीति विज्ञान के प्रथम व द्वितीय प्रश्न-पत्रों के संबंध में लगाए गए सभी आक्षेपों को आधारहीन माना गया है. कमेटी की जांच में प्रश्न-पत्रों में पूछे गए सामान्यतः सभी प्रश्न स्तरीय श्रेणी के एवं प्रश्न निर्माण की वैज्ञानिक पद्धति से तैयार किया जाना तथा मौलिक ग्रंथों से लिया जाना पाया गया.

अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सहायक आचार्य (काॅलेज शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा, 2020 में राजनीति विज्ञान के प्रश्न-पत्रों में पूछे गए सभी प्रश्न स्तरीय व मौलिक ग्रंथों से ही लिए गए. इस आधार पर जांच कमेटी ने मामले में क्लीन चिट दे दी है. गौरतलब है कि विभिन्न माध्यम से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आयोग ने संज्ञान लेकर प्रश्नों की जांच के लिए कमेटी गठित की थी. आयोग को शिकायतें मिल रही थी कि राजनीति विज्ञान के प्रथम और द्वितीय प्रश्न पत्र में पूछे गए सवाल एक ही पुस्तक से लिए गए.

अभ्यार्थियों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के विषय विशेषज्ञों की जांच कमेटी से जांच करवाई. जांच कमेटी ने सभी संदर्भों के परीक्षण के बाद क्लीन चिट दे दी है. कमेटी ने जांच में पाया कि शिकायतकर्ताओं की ओर से जिस पुस्तक से 200 से अधिक प्रश्न आने का दावा किया जा रहा था, उसमें अधिकांशतः मात्र शीर्षकों पर ही फ्लेग लगाकर यह सिद्ध करने का प्रयत्न किया गया था कि अधिकतर प्रश्न एक ही पुस्तक से पूछे गए हैं. कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत कर दी है.

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जांच रिपोर्ट में राजनीति विज्ञान के प्रथम व द्वितीय प्रश्न-पत्रों के संबंध में लगाए गए सभी आक्षेपों को आधारहीन माना गया है. कमेटी की जांच में प्रश्न-पत्रों में पूछे गए सामान्यतः सभी प्रश्न स्तरीय श्रेणी के एवं प्रश्न निर्माण की वैज्ञानिक पद्धति से तैयार किया जाना तथा मौलिक ग्रंथों से लिया जाना पाया गया.

Last Updated : Oct 20, 2021, 11:08 PM IST
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