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अजमेर: ANM संविदाकर्मियों ने मानदेय को लेकर जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

अजमेर में सोमवार को महिला नर्सिंगकर्मियों ने मानदेय को लेकर जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा है. संविदा पर कार्य कर रहीं महिला नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि उन्हें मानदेय लगभग 6300 रुपये प्रतिमाह दिया जा रहा है, जो कि काफी कम है.

ANM contract workers, अजमेर न्यूज़
अजमेर में महिला नर्सिंगकर्मियों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
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Published : Aug 31, 2020, 7:02 PM IST

अजमेर. जिले में सोमवार को महिला नर्सिंगकर्मियों ने जिला मुख्यालय के बाहर अपनी पीड़ा को जताते हुए जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा. संविदा पर कार्य कर रहीं महिला नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि वो निश्चित समय से अतिरिक्त समय देते हुए कार्य कर रही है. लेकिन, लगभग 6300 रुपये प्रति माह का अल्प मानदेय दिया जा रहा है, जो कि ना तो सम्मानजनक है और ना ही जीवन यापन करने की मूलभूत आवश्यकताओं की भी पूर्ति करने योग्य है.

अजमेर में महिला नर्सिंगकर्मियों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

पढ़ें: SPECIAL: Corona से बीच मझदार में अटकी व्यापारियों की नाव, इनकी सुनो सरकार

बता दें कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत एएनम चिकित्सा विभाग में संविदा पर पूर्ण निष्ठा से अपनी सेवाएं दे रही हैं. उनकी नियुक्ति ऑनलाइन परीक्षा में सफलता के आधार पर की गई थी. लेकिन, उन्हें मानदेय लगभग 6300 रुपये प्रतिमाह दिया जा रहा है, जो कि काफी कम बताया जा रहा है. वहीं, अन्य राज्यों में संविदा पर कार्यरत एएनएम का मानदेय 18,500 से अधिक है.

पढ़ें: Special : नया मुकाम, नई पहचान...लेक सिटी को अब फिल्म सिटी के नाम से भी जाना जाएगा

इस संबंध में राजस्थान सरकार ने 5 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया था. कमेटी को सदस्यों ने एएनएम की बैठक भी ली थी. लेकिन, राज्य सरकार द्वारा कोई भी उचित निर्णय अब तक नहीं लिया गया है. वहीं, एएनएम संविदाकर्मियों द्वारा कोविड-19 जैसी महामारी में परिवार से दूर रहकर दिन-रात अपनी सेवाओं को पूर्ण रूप से निभा रहीं हैं.

अजमेर. जिले में सोमवार को महिला नर्सिंगकर्मियों ने जिला मुख्यालय के बाहर अपनी पीड़ा को जताते हुए जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम ज्ञापन सौंपा. संविदा पर कार्य कर रहीं महिला नर्सिंगकर्मियों का कहना है कि वो निश्चित समय से अतिरिक्त समय देते हुए कार्य कर रही है. लेकिन, लगभग 6300 रुपये प्रति माह का अल्प मानदेय दिया जा रहा है, जो कि ना तो सम्मानजनक है और ना ही जीवन यापन करने की मूलभूत आवश्यकताओं की भी पूर्ति करने योग्य है.

अजमेर में महिला नर्सिंगकर्मियों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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बता दें कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत एएनम चिकित्सा विभाग में संविदा पर पूर्ण निष्ठा से अपनी सेवाएं दे रही हैं. उनकी नियुक्ति ऑनलाइन परीक्षा में सफलता के आधार पर की गई थी. लेकिन, उन्हें मानदेय लगभग 6300 रुपये प्रतिमाह दिया जा रहा है, जो कि काफी कम बताया जा रहा है. वहीं, अन्य राज्यों में संविदा पर कार्यरत एएनएम का मानदेय 18,500 से अधिक है.

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इस संबंध में राजस्थान सरकार ने 5 सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया था. कमेटी को सदस्यों ने एएनएम की बैठक भी ली थी. लेकिन, राज्य सरकार द्वारा कोई भी उचित निर्णय अब तक नहीं लिया गया है. वहीं, एएनएम संविदाकर्मियों द्वारा कोविड-19 जैसी महामारी में परिवार से दूर रहकर दिन-रात अपनी सेवाओं को पूर्ण रूप से निभा रहीं हैं.

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