अजमेर. अजमेर में यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं भूमाफिया विक्रम शर्मा की गोली मारकर हत्या करने के बाद से फरार आरोपी आकाश सोनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी आकाश सोनी पर 10 हजार रुपए का इनाम था. विक्रम शर्मा क्या कांड के मुख्य साजिशकर्ता वरुण चौधरी अभी भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. जबकि मामले में 6 आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.
यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष विक्रम शर्मा की हत्या 22 जुलाई 2020 को उसके घर के बाहर हुई थी. मामले में मुख्य साजिशकर्ता वरुण चौधरी ने आकाश सोनी को विक्रम शर्मा की हत्या के लिए तैयार किया था. साजिश के तहत विक्रम शर्मा अपने परिचित से मिलने के लिए घर से अपनी कार से निकला तभी आकाश सोनी के साथ छह आरोपियों ने उसका पीछा किया. जब विक्रम शर्मा अपनी कार से घर के बाहर उतरा तो आरोपियों ने उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. इस दौरान बचाव के लिए जब विक्रम शर्मा रोड की तरफ भागा तो इन लोगों ने उसे घेर कर गोलियां मार दी थीं.
इस वारदात में दो शार्प शूटर संदीप और विशाल हरियाणा के सिरसा निवासी थे. पुलिस के अनुसार आरोपी आकाश सोनी अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है जो विवादित प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्त का काम करता था. सन 2008 में आकाश सोनी की पहचान धर्मेंद्र चौधरी और सन 2012 में वरुण चौधरी से हुई थी. भू माफिया और पुलिस का बर्खास्त सिपाही धर्मेंद्र चौधरी की हत्या का बदला लेने के लिए वरुण चौधरी ने अपनी गैंग में आकाश सोनी को भी शामिल कर लिया था.
पढ़ें: बारां: कृषि उपज मंडी के बाहर त्रिपाल बेच रहे युवक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या
आरोपी आकाश सोनी ने 22 जुलाई 2020 को रात्रि में ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसकी हत्या कर दी थी. इस वारदात के बाद आरोपी आकाश सोनी अजमेर के टॉप टेन मोस्ट वांटेड अपराधियों में शामिल हो गया. वारदात को अंजाम देने के बाद आकाश सोनी 2 वर्षों से फरार चल रहा था. पुलिस के अनुसार 30 वर्षीय आकाश सोनी बड़ी नाग फणी स्थित गोपाल कुंड रोड निवासी है. आरोपी आकाश सोनी की गिरफ्तारी पुलिस ने शनिवार को कर ली है लेकिन उससे हथियार की बरामदगी नहीं हो पाई है.पुलिस आरोपियों से वारदात के मुख्य साजिशकर्ता वरुण चौधरी के बारे में पूछताछ कर रही है.
पुलिस ने वारदात में मोहित सोनी, चंद्रेश उर्फ चिंटू, राहुल भाट, रवि मेहरा, शार्प शूटर संदीप खटोड़, विशाल, अजय कुमार गिरफ्तार हो चुके हैं. इन आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजवाया जा चुका है जबकि मुख्य साजिशकर्ता वरुण चौधरी की गिरफ्तारी अभी शेष है.