अजमेर. शहर में खाइलैंड स्थित रूबी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने अपने निवेशकों को धोखा दे दिया है. जिससे दर्जनों निवेशकों के करोड़ों रुपए सोसाइटी में फंस गए हैं.
बता दें कि रूबी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी में निवेश करने वाले ज्यादातर लोग पेंशनर और सीनियर सिटीजन है. जिन्होंने अपने जीवन भर की पूंजी का निवेश सोसाइटी में एफडीआर में किया था. 6 माह पहले तक सोसाइटी में सब कुछ ठीक था, लेकिन छह माह बाद जब निवेशकों की एफडीआर परिपक्व हुई और उन्होंने सोसाइटी में जमा अपनी रकम वापस मांगी तब सोसाइटी संचालकों का रवैया टालमटोल होने लगा. जिस तरीके से सोसाइटी पर भरोसा करके निवेशकों ने अपनी पूंजी निवेश की थी उसी तरीके से निवेशक सोसाइटी के झांसे को आश्वासन मानकर चुप बैठे रहे.
पढ़ेंः अजमेर निगम के नोटिस से उखड़े प्लास्टिक उत्पाद से जुड़े व्यापारी, निगम आयुक्त के समक्ष जताई नाराजगी
वहीं सोमवार को जब सोसाइटी के दफ्तर पर ताला देखकर निवेशकों के होश उड़ गए. खास बात यह रही कि निवेशकों ने सोसायटी के खिलाफ संबंधित कोतवाली थाने में भी मुकदमा दर्ज नहीं करवाया. निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि करीब 35 निवेशकों का दो करोड़ रूपया सोसाइटी में फसा है सोसायटी संचालक छह माह से पैसा लौटाने को लेकर टालमटोल कर रहे हैं.
पढ़ेंः प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि 31 दिसंबर
वहीं एक अन्य निवेशक राज नारायण अग्रवाल ने बताया कि बैंक से सेवानिवृत्ति होने के बाद उन्होंने अपनी सारी पूंजी सोसाइटी में निवेश की थी. सोसाइटी संचालकों ने उन्हें अच्छे ब्याज का लालच दिया था. उन्होंने बताया कि सारी पूंजी सोसाइटी में फंसी होने से अब उनके लिए गुजर-बसर करना भी काफी मुश्किल हो गया है. उन्होंने बताया कि सोसायटी के एमडी राहुल दवे से वह कई बार मिले तब 20 दिन में भुगतान करने के लिए उन्हें कहा गया था उसके बाद वह ना मिले और ना ही उन्होंने कभी फोन उठाया.