अजमेर. संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में कोरोना संक्रमित मरीजों को बेहतर सुविधाएं व इलाज नहीं मिलने पर गुरुवार को आम आदमी पार्टी (AAP) ने कोरोना मरीजों के परिवारों सहित प्रेस वार्ता कर अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
साथ ही उनकी ओर से राज्य सरकार पर भी निशाना साधा गया है. मृतक परिजनों की ओर से बताया गया है कि अस्पताल में न तो ऑक्सीजन है और न ही डॉक्टर मरीजों का पूरी तरह से ख्याल रख पा रहे हैं, जिसके कारण मरीजों की मौत हो रही है.
आम आदमी पार्टी ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा और कोरोना को लेकर कुप्रबंधन होने का आरोप भी लगाया है. कीर्ति पाठक ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू अस्पताल का असली नाम अब अस्वस्थ अस्पताल है, क्योंकि वह अव्यवस्थाओं का शिकार है. अव्यवहारिक और आम आदमी के प्रति असंवेदनशील है.
पाठक ने अजमेर के सीएमएचओ डॉ. केके सोनी ने डॉ. गोखरू, डॉ. गहलोत आदि का उदाहरण देते हुए कहा कि जब भी अजमेर का कोई अमीर व्यक्ति और वीआईपी कोरोना संक्रमित होता है तो वह अपना इलाज करवाने जयपुर ही क्यों भागता है, उसे अपने ही अस्पताल की सेवाओं पर क्या भरोसा नहीं है.
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साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व स्थानीय अस्पताल प्रशासन पर जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. इसी दौरान अंजू नाम की महिला ने प्रेस से रूबरू होते हुए कहा कि अस्पताल प्रबंधन के कारण उनके पति ने अपनी जान गंवाई है. उन्होंने अस्पताल की सच्चाई सामने लाते हुए कहा कि उनके पति के बीमार होने पर भी वेंटिलेटर नहीं मिला. ऑक्सीजन देने के लिए ट्यूब सेट भी उनको खुद खरीदने के लिए बोला गया.