अजमेर. प्रदेश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर को रोकने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार ने नई गाइडलाइन जारी करने के साथ ही वीकेंड कर्फ्यू भी लगा दिया है. इससे लोगों में कर्फ्यू आगे बढ़ने को लेकर संशय की स्थिति बन गई. यही वजह रही कि बस स्टैंड पर सुबह से ही मेले जैसा माहौल रहा. बसों में सफर करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
वीकेंड कर्फ्यू के दौरान रोडवेज बसों के संचालन को मुक्त रखा गया है. वीकेंड कर्फ्यू की गाइडलाइन समय पर सार्वजनिक नहीं होने की वजह से लोगों में गफलत की स्थिति बनी रही. लोग अपने गंतव्य की यात्रा के लिए रोडवेज बस स्टैंड पहुंचते रहे. बस स्टैंड पर प्रत्येक विंडो के सामने लोगों की लंबी लंबी कतारें लगी रही. कुछ लोग शादी समारोह में शिरकत करने के लिए रोडवेज बसों से अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने के लिए आए तो कुछ अपने घरों को लौटने के लिए रोडवेज बस स्टैंड पहुंचे.
ज्यादा भीड़ हो जाने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की रोडवेज बस स्टैंड पर धज्जियां उड़ती हुई नजर आईं. वहीं बसें भी ठसा ठस यात्रियों से भरी हुई नजर आई. भीड़-भाड़ में कोरोना का इलाज की पालना करवाने के लिए रोडवेज में स्टाफ की कमी साफ नजर आई. केवल लाउडस्पीकर पर ऐलान के माध्यम से लोगों को जागरूकता का संदेश दिया गया. दोपहर तक वीकेंड कर्फ्यू में रोडवेज का संचालन होगा अथवा नही इसको लेकर अधिकारियों के पास भी कोई सूचना नही थी.
करीब 4:00 बजे वीकेंड कर्फ्यू में रोडवेज बसों के संचालन को मुक्त रखे जाने के आदेश मिलने के बाद रोडवेज के अधिकारियों ने यात्रियों को किसी भी प्रकार का तनाव नहीं लेने के लिए लाउडस्पीकर से संदेश जारी किए. रोडवेज के प्रबंधक ( प्रशासन ) अशोक भारद्वाज ने बताया कि लोगों को 2 दिन के वीकेंड कर्फ्यू की बजाए लग रहा है कि लॉकडाउन ज्यादा बढ़ सकता है. इस कारण लोग अपने गंतव्य स्थान पहुंचने के लिए सुबह से ही रोडवेज बस स्टैंड पहुंच रहे हैं.
यात्रियों की संख्या को देखते हुए रोडवेज ने भी अतिरिक्त बसें लगाई हैं. अजमेर रोडवेज के प्रबंधक राकेश सारस्वत ने बताया कि कोरोना की वजह से पहले रोडवेज पर यात्री भार कम था. शादियों के सीजन की वजह से लोग इन दिनों रोडवेज की बसों में ज्यादा यात्रा कर रहे थे. वीकेंड कर्फ्यू में लोगों को किसी तरह से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. वीकेंड कर्फ्यू से रोडवेज संचालन को मुक्त रखा गया है. यात्री भार के अनुसार रोडवेज का संचालन होता रहेगा.