अजमेर. ब्यावर के जुंझार खुर्द गांव के 5 परिवारों को 25 साल बाद भी श्री सीमेंट ने मुआवजा नहीं दिया है. पीड़ितों का आरोप है कि खनन के लिए की गई ब्लास्टिंग में पूरे गांव के मकानों को नुकसान पहुंचा था. श्री सीमेंट ने अन्य ग्रामीणों को नुकसान की भरपाई करने के साथ मकान और जगह का मुआवजा भी देकर गांव खाली करवा लिया. लेकिन 5 परिवार आज भी मुआवजे के लिए दर-दर भटक रहे हैं.
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मुआवजे के लिए 5 परिवार 25 सालों से संघर्ष कर रहे हैं. पीड़ितों ने अधिकारियों को भी अपना दर्द सुनाया लेकिन किसी का दिल इनकी तकलीफ के लिए नहीं पसीजा. पीड़ित कैलाश कठात ने बताया कि जुंझार खुर्द गांव में 300 घरों की आबादी थी. आज 5 परिवारों के अलावा वहां कोई नहीं रहता है. ब्लास्टिंग से मकानों को हुए नुकसान के बाद ग्रामीणों को उनके नुकसान और मकान की जगह का मुआवजा मिल चुका है. मुआवजा मिलने के बाद लोगों ने गांव खाली कर दिया. श्री सीमेंट ने उन्हें रहने के लिए अलग जगह भी दे दी है. लेकिन 5 परिवारों के साथ श्री सीमेंट ने सौतेला व्यवहार किया.
कैलाश ने बताया कि जब उनके मकान को नुकसान पहुंचा तो श्री सीमेंट ने मकान की पट्टियों को रोकने के लिए पिलर खड़े कर दिए. वह पिलर आज भी मौजूद हैं. बारिश के दिनों में मकान में पानी भर जाता है. छतें बारिश से टपकती हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को न्याय के लिए गुहार लगाते रहते हैं. कई बार तो पुलिस ने उल्टा उनके ही खिलाफ कार्रवाई कर दी.
दूसरे पीड़ित अल्लाह बख्श ने बताया कि मकान का मुआवजा नहीं मिलने से वर्षों से उन्हें और उनके परिवार को परेशानी झेलनी पड़ रही है. पीड़ित परिवारों के सदस्यों ने जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित से मामले में मुआवजे की गुहार लगाई है.