गांधीनगर: गुजरात वाइव्रेंट समीट के दौरान टाटा संस के चेयरमैन एन.चंद्रशेखरन टाटा समूह के सौजन्य से गुजरात को जल्द ही सेमीकंडक्टर फेब्रिकेशन यूनिट मिलेगा. उन्होंने कहा कि गुजरात के धोलेरा में एक सेमीकंडक्टर निर्माण इकाई को अंतिम रूप देने के कगार पर है. इसकी कमीशनिंग जल्द ही 2024 में शुरू होने की उम्मीद है. चेयरमैन ने कहा कि हम बातचीत पूरी करने वाले हैं और 2024 में काम शुरू करने वाले हैं.
-
#WATCH | Vibrant Gujarat Global Summit 2024 | Tata Sons Chairman Natarajan Chandrasekaran says, "The impact of economic development has also resulted in tremendous social development. Gujarat clearly has established itself as the gateway to the future. For the Tata Group, Gujarat… pic.twitter.com/QFnFj8EWLF
— ANI (@ANI) January 10, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">#WATCH | Vibrant Gujarat Global Summit 2024 | Tata Sons Chairman Natarajan Chandrasekaran says, "The impact of economic development has also resulted in tremendous social development. Gujarat clearly has established itself as the gateway to the future. For the Tata Group, Gujarat… pic.twitter.com/QFnFj8EWLF
— ANI (@ANI) January 10, 2024#WATCH | Vibrant Gujarat Global Summit 2024 | Tata Sons Chairman Natarajan Chandrasekaran says, "The impact of economic development has also resulted in tremendous social development. Gujarat clearly has established itself as the gateway to the future. For the Tata Group, Gujarat… pic.twitter.com/QFnFj8EWLF
— ANI (@ANI) January 10, 2024
इसके साथ ही चेयरमैन ने अगले कुछ महीनों के भीतर गुजरात में 20 गीगावाट बैटरी स्टोरेज फैक्ट्री के निर्माण को शुरू करने की कंपनी की महत्वाकांक्षी योजना का भी खुलासा किया. यह पहल लगभग 130 बिलियन रुपये (1.58 बिलियन डॉलर) के निवेश के साथ लिथियम-आयन सेल फैक्ट्री के लिए जून में हस्ताक्षरित रूपरेखा समझौते के बाद, देश की इलेक्ट्रिक वाहन आपूर्ति श्रृंखला में योगदान करने के टाटा के दृष्टिकोण के अनुरूप है.
सानंद बनी टाटा ईवी तकनीक का घर
इलेक्ट्रिक व्हीकल टैकनोलजी के प्रति टाटा की कमिटमेंट पर प्रकाश डालते हुए, चंद्रशेखरन ने कहा कि गुजरात का सानंद हमारी ईवी तकनीक का घर बन रहा है. हमने ईवी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए क्षमता का विस्तार किया है. चन्द्रशेखरन ने टाटा समूह के लिए गुजरात के विशेष महत्व को स्वीकार किया और 1939 से टाटा केमिकल्स के साथ शुरुआत करते हुए राज्य में आठ दशक की उपस्थिति का हवाला दिया. वर्तमान में, टाटा समूह की 21 कंपनियों की गुजरात में मजबूत उपस्थिति है, जो 50,000 से अधिक लोगों को रोजगार दे रही है.
टाटा संस के चेयरमैन ने पीएम की तारीफ
टाटा संस के चेयरमैन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की भी सराहना की और गुजरात के लगातार विकास का श्रेय मोदी की उत्कृष्टता को दिया. एन.चंद्रशेखरन ने कहा कि पर्यावरण विकास के प्रभाव के परिणामस्वरूप जबरदस्त सामाजिक विकास भी हुआ है. गुजरात ने स्पष्ट रूप से खुद को (भारत के) भविष्य के प्रवेश द्वार के रूप में स्थापित किया है.