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राजस्थान दिवस पर नागौर में परंपरागत खेलों का आयोजन, विजेता और उपविजेता पुरस्कृत

राजस्थान दिवस के अवसर पर नागौर स्टेडियम मैदान पर विभिन्न परम्परागत खेलों का आयोजन हुआ. इस दौरान कबड्डी, सतौलिया, रूमाल झपट्टा, रस्साकसी और कुश्ती के विभिन्न वर्ग की प्रतियोगिता हुई. साथ ही विजेता और उपविजेताओं को पुरस्कार दिए गए.

Rajasthan Da, Traditional Games organized
राजस्थान दिवस पर नागौर में परंपरागत खेलों का आयोजन
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Published : Mar 31, 2021, 10:12 PM IST

नागौर. जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशों की अनुपालना में राजस्थान दिवस के अवसर पर नागौर स्टेडियम मैदान पर विभिन्न परम्परागत खेलों का आयोजन कर कबड्डी, सतौलिया, रूमाल झपट्टा, रस्साकसी और कुश्ती के विभिन्न वर्ग की प्रतियोगिताएं आयोजित हुई. जिला खेल अधिकारी भंवरराम सियाक के अनुसार इन खेलों में 100 से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया और विजेता एवं उपविजेताओं को पुरस्कार भी दिए गए.

राजस्थान के परम्परागत इन खेलों में कबड्डी खेल में लीलण क्लब नागौर विजेता रहा, जबकि महादेव क्लब उपविजेता रहा, सतौलिया खेल में वीर तेजा क्लब नागौर विजेता एवं एसकेएलके राउमा विद्यालय नागौर उपविजेता रहा, रूमाल झपट्टा खेल में दूनवैली स्कूल विजेता और राजस्थान पुलिस उपविजेता रहे तथा रस्साकसी खेल में राजस्थान पुलिस विजेता और दूनवैली स्कूल उपविजेता रहे. कुश्ती के 55 किलो वजन में खिलाड़ी मोहित प्रथम और तनमय द्वितीय, 60 किलो वर्ग में प्रताप डूडी प्रथम और बजरंग द्वितीय, 66 किला वर्ग में खिलाड़ी हुलास प्रथम व विजेंद्र द्वितीय तथा 74 किलो वर्ग में खिलाड़ी हरेन्द्र प्रथम और रोमान्स द्वितीय स्थान पर रहे.

यह भी पढ़ें- 25.6 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ राजस्थान देश में दूसरे पायदान पर, बेरोजगारों ने की लंबित भर्तियां पूरी करवाने की मांग

विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में अतिथि के रूप में हरदेव राम गारू ने कहा कि विशेष दिवसों पर परम्पराओं को बनाए रखने के लिए इस प्रकार के खेलों का आयोजन किया जाना समाज के लिए एक अच्छा संदेश है. इस प्रकार के खेल आयोजन से सामाजिक समरसता और मैत्री के भाव बढ़ते है. बिक्रीकर विभाग के इंस्पेक्टर लिखमाराम ने कहा कि खेल स्वास्थ्य के लिए जितना जरूरी है, उससे ज्यादा मनुष्य के सम्पूर्ण विकास में अहम भूमिका निभाता है. इस प्रकार के खेलों का आयोजन नियमित और निरंतर होते रहना चाहिए.

नागौर. जिला कलेक्टर डाॅ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशों की अनुपालना में राजस्थान दिवस के अवसर पर नागौर स्टेडियम मैदान पर विभिन्न परम्परागत खेलों का आयोजन कर कबड्डी, सतौलिया, रूमाल झपट्टा, रस्साकसी और कुश्ती के विभिन्न वर्ग की प्रतियोगिताएं आयोजित हुई. जिला खेल अधिकारी भंवरराम सियाक के अनुसार इन खेलों में 100 से ज्यादा खिलाड़ियों ने भाग लिया और विजेता एवं उपविजेताओं को पुरस्कार भी दिए गए.

राजस्थान के परम्परागत इन खेलों में कबड्डी खेल में लीलण क्लब नागौर विजेता रहा, जबकि महादेव क्लब उपविजेता रहा, सतौलिया खेल में वीर तेजा क्लब नागौर विजेता एवं एसकेएलके राउमा विद्यालय नागौर उपविजेता रहा, रूमाल झपट्टा खेल में दूनवैली स्कूल विजेता और राजस्थान पुलिस उपविजेता रहे तथा रस्साकसी खेल में राजस्थान पुलिस विजेता और दूनवैली स्कूल उपविजेता रहे. कुश्ती के 55 किलो वजन में खिलाड़ी मोहित प्रथम और तनमय द्वितीय, 60 किलो वर्ग में प्रताप डूडी प्रथम और बजरंग द्वितीय, 66 किला वर्ग में खिलाड़ी हुलास प्रथम व विजेंद्र द्वितीय तथा 74 किलो वर्ग में खिलाड़ी हरेन्द्र प्रथम और रोमान्स द्वितीय स्थान पर रहे.

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विजेताओं को पुरस्कार वितरण समारोह में अतिथि के रूप में हरदेव राम गारू ने कहा कि विशेष दिवसों पर परम्पराओं को बनाए रखने के लिए इस प्रकार के खेलों का आयोजन किया जाना समाज के लिए एक अच्छा संदेश है. इस प्रकार के खेल आयोजन से सामाजिक समरसता और मैत्री के भाव बढ़ते है. बिक्रीकर विभाग के इंस्पेक्टर लिखमाराम ने कहा कि खेल स्वास्थ्य के लिए जितना जरूरी है, उससे ज्यादा मनुष्य के सम्पूर्ण विकास में अहम भूमिका निभाता है. इस प्रकार के खेलों का आयोजन नियमित और निरंतर होते रहना चाहिए.

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