जयपुर. जयपुर नगर निगम ग्रेटर आयुक्त और पार्षदों के विवाद (commissioners and councilors dispute) में महापौर सौम्या गुर्जर और 3 भाजपा पार्षदों के निलंबन (chairman and councilors suspension) का मामला सियासी तूल पकड़ने लगा है. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने राज्य सरकार (state government) की ओर से की गई कार्रवाई को लोकतांत्रिक मर्यादाओं (democratic limits) के खिलाफ बताया और ये भी कहा कि राज्य सरकार लोकतंत्र का गला घोंटने का काम कर रही है.
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इस मसले पर राठौड़ ने ट्वीट करते हुए प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ ने कहा कि मेयर और पार्षदों का निलंबन अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. राठौड़ के अनुसार कांग्रेस सरकार नगर निकायों में जहां भी भाजपा का बोर्ड है, वहां येन केन प्रकारेण सत्ता का दुरुपयोग कर अनुचित दबाव बनाने का काम कर रही है. राठौड़ ने कहा कि सत्ता के नशे में कांग्रेस पार्टी और उसके जनप्रतिनिधि ऐसा आचरण करके जनादेश का अपमान कर रहे हैं, जिसका स्वस्थ लोकतंत्र में कोई स्थान नहीं है. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस की इस दमनात्मक कार्रवाई का भाजपा मुंहतोड़ जवाब देगी.
प्रदेश नेतृत्व ने अरुण सिंह को कराया अवगत...
इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने पार्टी आलाकमान और राजस्थान के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह को भी अवगत कराया है. साथ ही इस मसले को लेकर आगे कानूनी रूप से और राजनीतिक रूप से किस प्रकार की लड़ाई लड़ी जानी है. इस संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं.