जयपुर : आमेर में जमीन से चांदी के सिक्के निकलने की खबर ईटीवी पर प्रसारित होने के बाद पुरातत्व विभाग हरकत में आया. पुरातत्व विभाग के विशेषज्ञ सिक्कों की जांच करने के लिए मौके पर पहुंचे और हालातों का जायजा लिया
पुरातत्व विभाग की टीम विशेषज्ञों के साथ आमेर के सियाराम डूंगरी आश्रम पहुंची और सिक्कों की जांच की. पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जमीन से निकले चांदी के सिक्कों को अपने कब्जे में ले लिया. पुरातत्व विभाग के मुद्रा विशेषज्ञ प्रिंस कुमार ने बताया कि जमीन से निकले सिक्के चांदी की धातु से बने हुए गोलाकार सिक्के हैं, जिनका वजन 10 से 12 ग्राम है. यह सिक्के मुगलकालीन हैं, जिन पर पारसी आलेख हैं. मुगल काल में इन सिक्कों पर राजा महाराजाओं के आलेखों का अंकन होता था. उस समय किसी भी प्रकार की फोटो का प्रदर्शन सिक्कों पर नहीं किया जाता था.
उन्होंने आगे कहा कि सिक्कों की जांच से मालूम होता है कि यह सिक्के एंटीक श्रेणी में आते हैं और जमीन से निकला हुआ धन सरकार की संपत्ति होती है. इन्हें जब्त करके निरीक्षण किया गया है. जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपी जाएगी. इसके बाद सभी सिक्कों को अवाप्त करने की प्रक्रिया की जाएगी. निरीक्षण के बाद सिक्कों के अवाप्ति के लिए जिला कलेक्टर को निवेदन करेंगे.
गौरतलब है कि 19 जून को आमेर में सियाराम डूंगरी आश्रम के पास खाली जमीन में खेलते समय बच्चों ने जमीन की खुदाई की तो उसमें से चांदी के सिक्के निकले थे. बच्चों ने सिक्के निकलने की जानकारी आश्रम के महंत को दी. आश्रम के महंत अयोध्या दास ने मामले की जानकारी आमेर थाना पुलिस को दी. सियाराम डूंगरी आश्रम के महंत महाराज अयोध्या दास के मुताबिक बच्चों ने खेल खेल में गड्ढे खोदे, जिसमें चांदी के सिक्के मिले थे. जिनमें से कई सिक्कों को तो बच्चे लेकर भाग गए और कुछ सिक्के यहां छोड़ गए, जो कि पुलिस को सुपुर्द कर दिए गए हैं. पहले दिन खुदाई के दौरान बच्चों को 5 सिक्के मिले थे और दूसरे दिन करीब 20 सिक्के निकले. अब पुरातत्व विभाग जमीन से चांदी के सिक्के निकलने के मामले की जांच में जुट गया है.