कोटा. संभाग के सबसे बड़े अस्पताल एमबीएस में धारदार हथियार से चोट लगने के बाद हाथ में इन्फेक्शन होने से एक मरीज की मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया. पहले तो इलाज में कोताही बरतने का आरोप अस्पताल स्टाफ पर लगाया. हंगामे की सूचना पाकर नयापुरा और रेलवे कॉलोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से समझाइश की.
इस दौरान परिजन पुलिस से भी उलझ गए. उन्होंने कहा कि लड़ाई झगड़े में धारदार हथियार से लगने के बाद उसके हाथ में इंफेक्शन हुआ है. जिससे उसकी मौत हुई. साथ ही परिजनों ने ये आरोप भी लगाया कि नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही बरतने से मरीज की मौत हुई है.
जानकारी के मुताबिक 1 मई को रेलवे कॉलोनी क्षेत्र के गली नंबर 8 निवासी मनोज और मुकेश का झगड़ा सद्दाम से हो गया. इस दौरान मनोज और मुकेश में सद्दाम के ऊपर धारदार हथियार से हमला कर दिया. जिससे उसके हाथ में चोट लग गई. इसका मुकदमा रेलवे कॉलोनी थाने में दर्ज हुआ. पुलिस ने घायल सद्दाम का मेडिकल भी करवाया. इसके बाद अचानक सद्दाम के हाथ में गंभीर इंफेक्शन हो गया और उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. दोबारा उसे परिजनों ने एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया.
हाथ में इन्फेक्शन होने के चलते 2 दिन पहले उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया. जहां पर रविवार को उसकी मौत हो गई. मृतक के पिता का कहना है कि आईसीयू में नर्सिंग स्टाफ द्वारा कोताही बरती गई है. मरीज को ठीक से इलाज नहीं किया गया. जिस कारण उसकी मौत हो गई, मरीज की मौत के बाद नर्सिंग स्टाफ के हाथ-पैर फूल गए. आनन-फानन में चिकित्सकों को बुलाया गया. इसी बीच परिजनों ने हंगामा कर दिया, मौके पर पहुंची पुलिस लोगों से समझाइश करती रही, लेकिन परिजन पुलिस से भी उलझ गए.
वहीं मरीज सद्दाम की मौत के बाद पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से उसका पोस्टमार्टम करवाया है और शव परिजनों को सौंप दिया. पुलिस का कहना है कि धारदार हथियार से मारने की घटना 1 मई की है. ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर ही हमलावरों के खिलाफ अन्य धारा जोड़ने की कार्रवाई की जाएगी.