अलवर. राजस्थान में जुलाई के पहले सप्ताह में मानसून आने की उम्मीद है. ऐसे में मौसम विभाग की सूचना के आधार पर सिंचाई विभाग ने अलवर में बारिश के दौरान होने वाली परेशानी को देखते हुए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. सिंचाई विभाग के पास जिले में 22 बांध है. सभी पर कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं, तो वहीं बांधों के गेट और पाल की मरम्मत करने का काम भी पूरा करा लिया है.
अलवर जिले में कुल 129 बांध हैं. इनमें से 22 बांध सिंचाई विभाग और अन्य जिला परिषद के पास है. मौसम विभाग ने राजस्थान में जुलाई के पहले सप्ताह में मानसून आने की घोषणा की है. तो वहीं मानसून को देखते हुए सिंचाई विभाग ने भी अपना काम शुरू कर दिया है. हालांकि अलवर में सबसे बेहतर बारिश साल 2016 में हुई थी.
उसके बाद लगाता कम बारिश हो रही है. इसलिए अलवर के बांध भी सूखे हैं. इस बार सिंचाई विभाग को बारिश से खासी उम्मीदें हैं. इसलिए सभी 22 बांध पर सिंचाई विभाग ने मिट्टी के कट्टे रखवा दिए हैं, तो वहीं बांधों पर छोटा-मोटा मरम्मत कार्य पूरा हो चुका है. सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग के पास अपने कर्मचारी नहीं है. इसलिए सभी 22 बांधों पर ठेके पर कर्मचारी लगाए गए हैं. यह कर्मचारी पल पल की सूचना विभाग को देंगे. ऐसे में किसी भी तरह की दुर्घटना होने से रोका जा सकेगा.
वहीं सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता राजेश वर्मा ने बताया कि बारिश के लिए कार्यालय में 24 घंटे का कंट्रोल रूम शुरू कर दिया गया है. इस पर बारिश की पूरी सूचना दर्ज की जाएगी. इसके अलावा कंट्रोल रूम के माध्यम से बारिश के हालात पर नजर भी रखी जा सकेगी. सभी बांधों के गेट व अन्य कार्य करा लिए गए हैं. लगातार कई सालों से बेहतर बारिश का इंतजार है. ऐसे में इस बार बेहतर बारिश होने से किसान व आम आदमी सहित सभी को फायदा होने की उम्मीद है.