राजाखेड़ा (धौलपुर). उपखंड के नादौली गांव में बुधवार दोपहर बिजली के झूलते तार आपस में भिड़ जाने से उठी चिंगारी ने गेहूं की पकी फसल को अपने चपेट में ले लिया, जिससे करीब 7 बीघा की गेहूं की पकी फसल जलकर राख हो गई. वहीं आग लगने की सूचना से गांव में हड़कंप मच गया. ग्रामीणों ने गांव से दौड़ कर स्थानीय स्तर पर आग बुझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली.
इसके बाद ग्रामीणों ने गांव में लगी समरसिबल और ट्यूबवेल की सहायता से करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक 7 बीघा की फसल जलकर पूरी तरह से राख हो चुकी थी. पीड़ितों ने बताया कि उन्होंने महंगे-खाद बीज डालकर दिन-रात आवारा पशुओं से फसल की रखवाली कर फसल को पकाव के अंतिम पड़ाव तक पहुंचाया था, लेकिन बिजली लाइन में हुए फॉल्ट से उठी चिंगारी ने पल भर में उनकी साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया.
आग हादसे में इन्हें हुआ नुकसान
बुधवार दोपहर हुए आग हादसे में नादौली गांव निवासी सुनीता पत्नी भरत सिंह की खसरा नंबर 1285 के अंतर्गत करीब 2 बीघा 13 बिस्वा, पीड़ित रामेश्वर पुत्र नत्थीलाल के खसरा नंबर 1284 की 1 बीघा 14 बिस्वा और पीड़ित किरोड़ी पुत्र लक्खा निवासी नादौली के खसरा नंबर 1282 की 3 बीघा 12 बिस्वा जमीन पर खड़ी गेहूं की फसल आग हादसे में जलकर पूरी तरह राख हो गई.
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ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने आग लगने की सूचना कंट्रोल रूम को भी दी, लेकिन मौके पर कोई भी प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी आग हादसे में नुकसान की जानकारी के लिए नहीं पहुंचा है, जिससे ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति आक्रोश बना हुआ है. ग्रामीणों ने आग हादसे में हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.