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कर्जमाफी घोटाले की जांच से असंतुष्ट दिखे मंत्री आंजना, दोषी व्यवस्थापकों को सस्पेंड करने के निर्देश - डूंगरपुर सहकारिता विभाग

डूंगपुर में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक ली. इस दौरान तत्कालीन भाजपा सरकार के समय डूंगरपुर में किसानों की कर्जमाफी में हुई गड़बड़ी के मुद्दा पर मंत्री ने संबंधित बैंक व्यवस्थापकों को जांच में दोषी पाए जाने पर निलंबित करने के निर्देश दिए.

मंत्री आंजना ने ली सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक
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Published : Jun 22, 2019, 6:54 PM IST

डूंगरपुर. प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना शनिवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान मंत्री आंजना ने जिला कलेक्ट्री के ईडीपी सभागार में सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में मंत्री ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय किसानों की कर्जमाफी में हुए भारी घोटाले पर नाराजगी जताते हुए, मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए.

मंत्री उदयलाल आंजना ने जिला कलेक्टर चेतनराम देवड़ा और डूंगरपुर को-ऑपरेटिव बैंक के एमडी सहित विभाग के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान बैठक में तत्कालीन भाजपा सरकार के समय डूंगरपुर जिले में किसानों की कर्ज माफी में हुई गड़बड़ी का मुद्दा छाया रहा. डूंगरपुर को-ऑपरेटिव बैंक के एमडी अनिमेष पुरोहित ने बताया कि कर्ज माफी में गड़बड़ी की शिकायत आने पर 126 में से 70 लेम्प्स की जांच करवाई जा चुकी है.

मंत्री आंजना ने ली सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक

जांच में 11 हजार 647 किसानों का फर्जी तरीके से ₹32 करोड़ रुपये का ऋण माफ करने का मामला सामने आया था. जिस पर मंत्री आंजना ने अब तक कि जांच से खुद को असंतुष्ट बताया और संबंधित बैंक व्यवस्थापकों को जांच के बाद दोषी पाए जाने पर निलंबित करने के निर्देश दिए. मंत्री ने कलेक्टर की देखरेख में अन्य जांचों को जल्द करवाने के भी निर्देश दिए.

बैठक में ऑनलाइन फसली ऋण योजना का भी मंत्री ने फीडबैक लिया. जिसमें बताया गया कि ऑनलाइन की प्रक्रिया जारी है और जिले में 100 करोड़ रुपये का ऋण वितरण करने का लक्ष्य लिया गया है. मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक किसानों को ऋण योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए.

डूंगरपुर. प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना शनिवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान मंत्री आंजना ने जिला कलेक्ट्री के ईडीपी सभागार में सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक ली. बैठक में मंत्री ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय किसानों की कर्जमाफी में हुए भारी घोटाले पर नाराजगी जताते हुए, मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए.

मंत्री उदयलाल आंजना ने जिला कलेक्टर चेतनराम देवड़ा और डूंगरपुर को-ऑपरेटिव बैंक के एमडी सहित विभाग के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान बैठक में तत्कालीन भाजपा सरकार के समय डूंगरपुर जिले में किसानों की कर्ज माफी में हुई गड़बड़ी का मुद्दा छाया रहा. डूंगरपुर को-ऑपरेटिव बैंक के एमडी अनिमेष पुरोहित ने बताया कि कर्ज माफी में गड़बड़ी की शिकायत आने पर 126 में से 70 लेम्प्स की जांच करवाई जा चुकी है.

मंत्री आंजना ने ली सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक

जांच में 11 हजार 647 किसानों का फर्जी तरीके से ₹32 करोड़ रुपये का ऋण माफ करने का मामला सामने आया था. जिस पर मंत्री आंजना ने अब तक कि जांच से खुद को असंतुष्ट बताया और संबंधित बैंक व्यवस्थापकों को जांच के बाद दोषी पाए जाने पर निलंबित करने के निर्देश दिए. मंत्री ने कलेक्टर की देखरेख में अन्य जांचों को जल्द करवाने के भी निर्देश दिए.

बैठक में ऑनलाइन फसली ऋण योजना का भी मंत्री ने फीडबैक लिया. जिसमें बताया गया कि ऑनलाइन की प्रक्रिया जारी है और जिले में 100 करोड़ रुपये का ऋण वितरण करने का लक्ष्य लिया गया है. मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक किसानों को ऋण योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए.

Intro:डूंगरपुर। प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना शनिवार को डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे और जिला कलेक्ट्री के ईडीपी सभागार में सहकारिता विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय किसानों की कर्जमाफी में हुए भारी घोटाले पर नाराजगी जताते हुए मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।


Body: मंत्री उदयलाल आंजना ने जिला कलेक्टर चेतनराम देवडा और डूंगरपुर कोऑपरेटिव बैंक के एमडी सहित विभाग के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में तत्कालीन भाजपा सरकार के समय डूंगरपुर जिले में किसानों की कर्ज माफी में हुई गड़बड़ी का मुद्दा छाया रहा। इस दौरान डूंगरपुर कोऑपरेटिव बैंक के एमडी अनिमेष पुरोहित ने बताया कि कर्ज माफी में गड़बड़ी की शिकायत आने पर 126 में से 70 लेम्प्स की जांच करवाई जा चुकी है। जांच में 11 हजार 647 किसानों का फर्जी तरीके से ₹32 करोड़ रुपये का ऋण माफ करने का मामला सामने आया था। जिस पर मंत्री आंजना ने अब तक कि जांच से खुद को असंतुष्ट बताया और संबंधित बैंक व्यवस्थापको को निलंबित करने के निर्देश दिए। मंत्री ने कलेक्टर की देखरेख में अन्य जांचों को जल्द करवाने के भी निर्देश दिए। बैठक में ऑनलाइन फसली ऋण योजना का भी मंत्री ने फीडबैक लिया, जिसमें बताया गया कि ऑनलाइन की प्रक्रिया जारी है और जिले में 100 करोड़ रुपये का ऋण वितरण करने का लक्ष्य लिया गया है। मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को अधिक से अधिक किसानों को ऋण योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए।


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