बालोतरा (बाड़मेर). औद्योगिक विकास के साथ पर्यावरण की हिफाजत भी जरूरी है. बालोतरा सीईटीपी ट्रस्ट की ओर से प्रदूषण नियंत्रण के लिए गंभीरता से किए जा रहे कार्य सराहनीय है. निर्माणाधीन 18 एमएलडी प्लांट की शुरुआत से औद्योगिक विकास को बल मिलेगा. वहीं प्रदूषण की कारगर तरीके से रोकथाम हो सकेगी. बालोतरा में सीईटीपी के नव निर्माणाधीन 18 एमएलडी ट्रीटमेंट प्लांट के निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर लोक बंधु ने यह बात कही है.
जिला कलेक्टर लोक बंधु ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण को प्राथमिकता देते हुए उद्योगों का संचालन करें क्योंकि औद्योगिक विकास के साथ पर्यावरण संरक्षण भी आवश्यक है. इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं बरतें. उपचारित पानी को दोबारा इस्तेमाल किया जा सके. इस पर खास फोकस करें. इस दौरान जिला कलेक्टर ने निर्माणाधीन ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण कर कार्य प्रगति पर संतोष व्यक्त किया. प्रदूषण नियंत्रण के लिए सीईटीपी बालोतरा की ओर से किए जा रहे प्रयासों के लिए जिला कलेक्टर ने सीईटीपी बालोतरा की सराहना की. इससे पहले जिला कलेक्टर लोक बंधु के पहुंचने पर सीईटीपी की ओर से चेयरमैन सुभाष मेहता स्कोप, सचिव मनोज चौपड़ा बीआई ने अगुवानी करते हुए प्रोजेक्ट के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी.
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उन्होंने बताया कि 18 एमएलडी प्लांट का निर्माण अंतिम चरण में है. उच्च क्षमता वाला यह प्लांट बालोतरा औद्योगिक क्षेत्र की जरूरत बना हुआ था. इस प्लांट के शुरू होने से उद्योग संचालन में काफी सहूलियत रहेगी. प्रदूषित पानी के उपचारित करने एवं इसे पुनः चक्रित-उपयोगी करने के लिए यह प्लांट मील का पत्थर साबित होगा. चेयरमैन सुभाष मेहता स्कोप एवं सचिव मनोज चौपड़ा बीआई ने औद्योगिक विकास से जुड़े मसलों पर जिला कलक्टर से चर्चा की. आरओ सुधीर माथुर, वरिष्ठ अभियंता सुनील व्यास एवं अधिकारियों ने आवश्यक तकनीकी जानकारियां दी. इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, पचपदरा तहसीलदार सुरेन्द्र कुमार कच्छवाह, बालोतरा थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे.
इसके बाद जिला कलेक्टर लोक बंधु ने ग्राम पंचायत भवन में आयोजित बैठक के दौरान कोविड नियंत्रण एवं वैक्सीनेशन प्रोग्रेस की समीक्षा की. उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर समुचित इंतजाम सुनिश्चित करने के संबंध में विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.