अंता (बारां). कस्बे में गुरुवार को एक साथ 3 कोरोना मरीज मिलने के बाद कस्बे में हड़कंप मच गया है. साथ ही जो लोग लोग अब तक कोरोना जैसी वैश्विक महामारी को लेकर बेपरवाह नजर आ रहे थे, आज ऐसे लोग कोरोना को लेकर बेहद चिंतित दिखाई दिए. वहीं दूसरी ओर कस्बे में शुक्रवार सुबह को कोरोना के 3 नए मरीज मिलने की सूचना के बाद चिकित्सा विभाग ने हरकत में आते हुए कोरोना मरीजों के घरों पर पहुंचकर तीनों मरीजों को एम्बुलेंस की मदद से बारां पहुंचाया है.
दरअसल, व्यापार महासंघ के अनुरोध पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से व्यपारियों की कोरोना जांच को लेकर अभियान चलाया गया था. जिसके तहत रोजाना अलग-अलग जगहों पर कैंप लगाकर व्यापरियों सहित उनके कर्मचारियों के कोरोना सैंपल लिए गए थे. जिसमें गुरुवार को 3 नए कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
जिनमें ब्रह्मपुरी, सिविल लाइन और खाई पाड़ा के एक-एक मरीज शामिल हैं. बाद में चिकित्सा विभाग की टीम की ओर से तीनों कोरोना मरीजों को एम्बुलेंस से बारां भिजवाया गया है. ऐसे में अंता में कुल 4 कोरोना के मरीज हो चुके हैं. दूसरी ओर प्रशासन के उदासीन रवैये के चलते कस्बे में कोरोना के प्रति व्यापारी सहित आमजन गंभीर नहीं हैं.
यहां ना तो सोशल डिस्टेंस की पालना की जा रही है और ना ही लोग यहां मास्क लगा रहे हैं. बाजारों में भीड़ भरा माहौल बना रहता है, थोक सब्जी मंडी के हाल भी बेहाल बने हुए हैं. थोक सब्जी मंडी में सुबह सब्जियां खरीदने वालों का जमकर जमावड़ा लगा रहता है. इसी तरह स्थानीय सब्जी मंडी में भी यहीं हाल नजर आ रहा है. इसी तरह पुलिस प्रशासन की ओर से भी अपनी खाना पूर्ति करने के लिए शाम को बिना मास्क लगाए घूमने वालों के चालान काटे जा रहे हैं.
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वहीं दिनभर इस मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. जबकि पूर्व में कस्बे के मुख्य चौराहों पर बैरिकेड्स लगाकर पुलिस की ओर से ऐसे मामलों में सख्ती बरती गई थी. उसी का परिणाम था कि कस्बा अभी तक कोरोना से बचा हुआ था. परन्तु कस्बे में अब कोरोना की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में अभी भी प्रशासन की ओर से सख्त कदम नहीं उठाए गए तो कस्बे में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी फैलने से कोई नहीं रोक सकता है.