कोटा. शहर के महावीर नगर थाना इलाके में कोचिंग छात्र की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. कोचिंग छात्र अपने रूम के बाहर बेहोश मिला था. जिसके बाद उसके रूम पार्टनर और मकान मालिक उसे इलाज के लिए एमबीएस अस्पताल लेकर गए, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसकी सूचना एमबीएस पुलिस चौकी ने महावीर नगर थाने को दी. ऐसे में पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
महावीर नगर थाने के एएसआई हरिओम ने बताया कि मृतक छात्र की शिनाख्त पारितोष कोहिरी (18) के रूप में हुई है. जो मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया का रहने वाला है. वर्तमान में महावीर नगर में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. वहीं, छात्र की मौत की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है. साथ ही एमबीएस चौकी पुलिस ने उसके शव को मोर्चरी में शिफ्ट करवा दिया है.
इधर, उसके दोस्त आनंद का कहना है कि परितोष रूम के बाहर ही बेहोशी की हालत में मिला था. पारितोष की मौत कैसे हुई इस संबंध में फिलहाल कोई खुलासा नहीं हुआ है. पीजी मालिक विशाल बाकलीवाल का कहना है कि महावीर नगर द्वितीय में उनका मकान है. मृतक छात्र पारितोष फरवरी से ही यहां रह रहा था. आज उसके बेहोश होने की सूचना उसके दोस्त ने दी थी. जिसके बाद उसे अस्पताल लेकर गए थे. संभावना हृदय गति रुक जाने के चलते मौत की जताई जा रही है.
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मृतक छात्र पारितोष के रूम पार्टनर आनंद का कहना है कि सुबह ही पारितोष बातचीत हुई थी. मैंने उसे अपने पेरेंट्स को लेने जाने की बात कही थी. इसके बाद में अपने पेरेंट्स को लेने के लिए गया था. वापस लौटा तब पारितोष बेहोशी की हालत में मिला. उसे तुरंत हम पीजी मालिक विशाल बाकलीवाल के साथ नजदीकी अस्पताल ले गए. वहां से उसे एमबीएस अस्पताल ले जाने के लिए कहा, जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. आनंद का कहना है कि कोचिंग में ही दोनों की मुलाकात हुई थी. जिसके बाद दोनों एक रूम लेकर बीते 4 महीने से यहां रह रहे थे. पहले हम एक हॉस्टल में ही अलग-अलग रूम में रहते थे.
अगले साल देने वाला था नीट का एग्जाम - आनंद कुमार का कहना है कि पारितोष बीते 1 साल से कोटा में कोचिंग कर रहा है. जनवरी में वह अपने घर चला गया था. उसे हेपेटाइटिस हो गया था. ऐसे में काफी दिन पश्चिम बंगाल स्थित अपने घर पर रहा था. उसके पेरेंट्स मिलने नहीं आए थे, लेकिन फोन पर लगातार बात बस अपने पैरंट्स से करता था. उसका व्यवहार भी किसी तरह से कोई असामान्य नहीं लगा, साथ ही वो पढ़ाई में भी काफी अच्छा था. वर्तमान में 12वीं के साथ ही नीट की तैयारी कर रहा था और अगले साल ही एग्जाम देना था.
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अब तक 15 कोचिंग छात्रों की हुई मौत - साल 2023 को करीब 5 महीने बीत गए हैं. लेकिन इस समयावधि में 15 कोचिंग छात्रों की अलग-अलग केसों में मौत के मामला सामने आए हैं. इनमें 10 छात्र-छात्राओं के खुदकुशी तो सड़क दुर्घटना में एक कोचिंग छात्र की मौत हो गई थी. वहीं, एक छात्र की दसवीं मंजिल से गिरने से जान चली गई थी. इसके बाद बुधवार को फिर से एक कोचिंग छात्र की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है. इसके अलावा बीमारी के चलते भी दो कोचिंग छात्रों की मौत हुई थी.
वहीं, सड़क दुर्घटना की बात की जाए तो 22 फरवरी, 2023 को कुन्हाड़ी थाना इलाके में सकतपुरा से लैंडमार्क पढ़ाई करने जा रहे एक बाइक सवार कोचिंग छात्र आयुष सुमन की ट्रैक्टर ट्रॉली से टक्कर के चलते मौत हुई थी. आयुष सुमन कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. इसी तरह से 3 फरवरी, 2022 को पश्चिम बंगाल निवासी इशांशु भट्टाचार्य की जवाहर नगर स्थित वैशाली रेजिडेंसी के छठे माले से गिरने से मौत हो गई थी. हालांकि, जनवरी से मई तक 12 कोचिंग छात्र सुसाइड अटेम्प्ट कर चुके हैं, जिनमें 10 की मौत हो चुकी है.