हैदराबाद: केरल में एक कार्यक्रम के दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अयोध्या का इश्यू खत्म होने के बाद वाराणसी का विषय सामने लाया गया. इस काम मे भारतीय जनता पार्टी और उनके सभी संगठन शामिल हुए हैं. ये बड़ी दुःख की बात है. इस देश में कई ऐसी जगह हैं, जहां देश के साथ पूरी दुनिया के लोगों को गर्व होता है. ताजमहल जैसी वस्तु हमारे देश की पहचान है.
पवार ने कहा कि कोई सामने आकर कहता है कि ताजमहल हमारा है. हमारे पुरखों ने उसको बनाया है. दुनिया जानती है कि दिल्ली का कुतुबमीनार किसने बनाया है. वहां का कोर्ट इस बारे मे निर्देश देने वाला है. मगर कुछ लोग हैं जो कि कुतुबमीनार हिंदूओ द्वारा बनाने का दावा कर रहे हैं. मैं यह बातें इसलिए रख रहा हूं कि देश की आज की असली समस्या महंगाई, बेरोजगारी है. लेकिन उसे नजरअंदाज करके के सांप्रदायिक विचारोंको बढ़ावा दिया जा रहा है. मोदी सरकार और भाजप आज देश चला रहे हैं. इनका अजेंडा है कि एक इश्यू खत्म होने के बाद नया इश्यू सामने लाओ. कुछ भी करके देश में हमेशा हिंदू-मुस्लिम और इसाई लोगों की बीच का भाईचारा खत्म करो. ये लोग अपना सांप्रदायिक एजेंडा चलाएंगे.
पवार ने कहा कि आज देश की महिलाओं को घर चलाना मुश्किल हो गया है. महंगाई बढ़ गई है. मगर ये महंगाई कम करने के लिए कुछ कदम नहीं उठा रहे हैं. बेरोजगारी खत्म करने के लिए कोई कदम नहीं उठाये जा रहे हैं. इनको जवाब देने का एक ही रास्ता है. सांप्रदायिक विचारों के खिलाफ लड़ने वाले सारे राजनैतिक दलों को साथ लेकर एकसाथ कदम उठाना होगा. आज की स्थिति में बदलाव लाने के लिए बाकी फोर्सेस को मजबूत करना होगा. केरल मे जिस तरह से सभी प्रोग्रेसिव्ह फ्रंट व लेफ्ट फ्रंट खड़ी की, उसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस हिस्सेदार है. इसी फ्रंट की तरह बाकी राज्यों में काम करने की जरूरत है.
इसीलिये जहां चुनाव होता हो, वहां एनसीपी की एक ही नीति है, भाजपा को हराना और हटाना. जब पश्चिम बंगाल में चुनाव हुआ, तब एनसीपी ने ममता जी को सपोर्ट दिया. बंगाल में सांप्रदायिक विचारों के खिलाफ लड़ने की जरूरत थी. इसीलिये हमने ममता बनर्जी की सहाय्यता करने का निर्णय लिया. मैं आप सभी लोगों को भरोसा देना चाहता हूं कि देश की सभी सेक्यूलर पार्टियों ने मन बनाकर भारतीय जनता पार्टी को दूर करने कार्यक्रम अपनाना होगा. इस कार्य मे सबसे आगे एनसीपी पार्टी होगी. एनसीपी चाहती है की इस देश में बदलाव लाने की जरूरत है. एनसीपी चाहती है कि देश के किसानों के जीवन में तरक्की आनी चाहिये. एनसीपी चाहती है कि नौजवानों को रोजगार मिलना चाहिए. यही काम करने की कोशिश हमारे सभी साथियों को करने की जरूरत है.
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