कालिम्पोंग: पड़ोसी राज्य सिक्किम में आई बाढ़ की वजह से कालिम्पोंग का भी एक बड़ा इलाका प्रभावित हुआ है. तीस्ता नदी में आई बाढ़ के कारण हजारों घर बह गए, वहीं कई गांव अभी भी अलग-थलग हैं. दूसरी तरफ स्थानीय प्रशासन और फायर ब्रिगेड के अलावा डिजास्टर रिस्पांस टीम के द्वारा बचाव अभियान चलाया जा रहा है. ऐसे में यहां पर रहने वाले लोग काफी निराश हैं. इसी दौरान गुरुवार को स्थानीय लोगों के द्वारा घरों की साफ-सफाई का काम किया जा रहा था, तभी सुमित्रा छेत्री को मिले एक बैग से उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हालांकि सुमित्रा का भी बाढ़ के दौरान सबकुछ खो जाने से वह बेहद चिंतित थीं.
बताया जाता है कि कालिम्पोंग के तीस्ता बाजार इलाके की रहने वाली छेत्री अपने घर से गाद हटाने वालों में शामिल थीं. इसी बीच उन्हें घर के आंगन से गाद के नीचे से एक बैग मिला. इस बैग में एक बॉक्स और कुछ अन्य छोटे बैग थे. इन बॉक्स को खोलने पर उसमें सोने-चांदी के आभूषण और छोटे-छोटे सोने के सिक्के मिले. इस पर सुमित्रा अचंभित होने के साथ बेहद खुश थी.
बैग से आभूषण और सोने के सिक्के मिलने के बाद सुमित्रा ने इसकी जानकारी सोनाद पंचायत के पंचायत सदस्यों और उनके साथ वहां मौजूद अन्य लोगों को दी. इस पर पंचायत सदस्य नॉर्डेन शेरपा ने सोने, चांदी के आभूषण और सोने के सिक्कों से भरे बैग की जांच की. इस पर पता चला कि मिले आभूषणों की कीमत कम से कम 7 से 8 लाख रुपये है. शेरपा ने कहा कि हालांकि तीस्ता नदी में बहकर यहां कैसे आए, इसको लेकर कोई चिंता की बात नहीं है.
इस संबंध में स्थानीय पंचायत सदस्य नॉर्डेन शेरपा ने ईटीवी भारत को बताया कि आभूषण फिलहाल सुमित्रा छेत्री के पास ही रहेंगे. उन्होंने कहा कि अगर किसी का आभूषण है तो इसके लिए उसे उचित सबूत देना होगा अन्यथा यह सुमित्रा छेत्री के पास ही रहेगा. वहीं सुमित्रा छेत्री ने बताया कि घर से गाद हटाते समय मुझे एक बैग मिला. बैग के अंदर से सोने और चांदी के गहने निकले जो महंगे है. उन्होंने कहा कि असली मालिक के आने पर वह गहने दे देंगी. इस बीच चूंकि बारिश रुक गई है और तीस्ता नदी का जल स्तर कम होने के बाद गाद हटाने का काम जोरों पर है. वहीं तीस्ता के किनारे के कई गांव जमीन के नीचे दबे हुए हैं.
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