कीव: यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र जपोरिजिया पर रूसी सैन्य बलों ने कब्जा कर लिया है (Russian military seized Zaporizhzhia nuclear power plant). वहीं, इस संयंत्र में रूस की गोलाबारी से लगी आग को बुझा दिया गया है. क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन ने एक बयान में कहा, एनरहोदर शहर में जपोरिजिया संयंत्र में रिएक्टर नंबर 1 के डिब्बे को नुकसान हुआ था, लेकिन यह बिजली इकाई की सुरक्षा को प्रभावित नहीं करता है. इसमें कहा गया है कि परिचालन कर्मी इसकी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं.
न्यूज एजेंसी रायटर ने एक स्थानीय प्राधिकरण के हवाले से खबर दी है कि रूसी सैन्य बलों ने यूक्रेन के दक्षिणपूर्व में जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा कर लिया है. हालांकि, अब तक यह जानकारी नहीं मिली है कि रूसी सैनिकों ने प्लांट के ऑपरेशन को कब्जे में ले लिया है या नहीं. यूरोप का यह सबसे बड़ा परमाणु संयंत्र है. वहीं, सबसे बड़ी राहत की खबर है कि इस संयंत्र में लगी आग पर काबू पा लिया गया है. इससे पहले जपोरिजिया संयंत्र में आग लगने के बाद पास के मेयर ने आशंका जतायी थी कि यह हादसा चेर्नोबिल से 10 गुना बड़ा हो सकता है.
गौरतलब है कि यूक्रेन में यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Europe's biggest nuclear power plant), जपोरिजिया पर रूसी हमले के बाद इसमें आग लग गयी. पास के एक शहर के मेयर ने कहा था कि रूसी सैनिकों द्वारा गोलीबारी (nuclear plant bombed) किए जाने के कारण दमकलकर्मी आग पर काबू नहीं पा सके हैं. इस घटना को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ‘जपोरिजिया परमाणु संयंत्र’ में आग लगने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से बातचीत की और रूस से प्रभावित क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने तथा आपात बचाव दल को वहां जाने की अनुमति देने की मांग की है.
मेयर दमित्रो कुलेबा ने ट्वीट कर इस घटना पर कहा, 'रूसी सेना यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र जपोरिजिया पर हर तरफ से गोलीबारी कर रही है. आग पहले ही लग चुकी है. अगर यह उड़ा, तो यह चॉर्नोबिल से 10 गुना बड़ा होगा! रूसियों को तुरंत आग बंद करनी चाहिए, अग्निशामकों को अनुमति देनी चाहिए, एक सुरक्षा क्षेत्र स्थापित करना चाहिए!' वहीं, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) का कहना है कि यूक्रेन में रूसी सेना के हमले का शिकार हुए परमाणु ऊर्जा संयंत्र में विकिरण के स्तर में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है.