नई दिल्ली : पंजाब कांग्रेस विधायक गुरमीत सिंह सोढ़ी ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया (mla Rana Gurmit Singh Sodhi joins bjp) है. पंजाब कांग्रेस के नेता गुरमीत सिंह सोढ़ी (punjab congress Rana Gurmit Singh Sodhi) ने कांग्रेस पर, राज्य की सुरक्षा और सामुदायिक सौहार्द को दांव पर लगाने का आरोप लगाया है. सोढ़ी को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का करीबी माना जाता है. सोढ़ी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और भूपिंदर यादव की उपस्थिति में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
सोढ़ी के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के तुरंत बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Gurmit Sodhi resignation Rahul Gandhi Meeting) के आवास पर महत्वपूर्ण बैठक हुई. पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी और राज्य की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने राहुल से उनके आवास पर मुलाकात की.
बैठक में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे. पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी (punjab congress Harish Chaudhary) ने कहा, 'राणा गुरमीत सोढ़ी ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी है क्योंकि पार्टी उन्हें वहां से टिकट नहीं दे पा रही थी जहां से वह चाहते थे.' उन्होंने पंजाब कांग्रेस के कुछ नेताओं के भाजपा में शामिल होने की सभी अटकलों को भी खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस से कोई भी किसी अन्य पार्टी या भाजपा में शामिल नहीं होगा, वास्तव में बहुत से लोग कांग्रेस में शामिल होना चाहते हैं,'
हरीश चौधरी ने कहा, आगामी चुनावों में कांग्रेस को पहले की तुलना में अधिक सीटें मिलेंगी. उन्होंने कहा कि पंजाब कांग्रेस का चुनावी अभियान समिति बुधवार को बैठक करेगी. इसके बाद पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी.
सोढ़ी ने कांग्रेस से इस्तीफे की जानकारी ट्विटर पर दी और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखा पत्र भी साझा किया. उन्होंने कहा, 'पंजाब को घुटन भरे और बेबसी के माहौल में छोड़ना मुझे स्वीकार्य नहीं. कांग्रेस पार्टी ने राज्य की सुरक्षा और सामुदायिक सौहार्द को दांव पर लगा दिया है. गहरे आक्रोश के साथ मैं सभी पदों और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे रहा हूं.'
भाजपा में शामिल होने के बाद सोढ़ी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, वे पीएम मोदी की अगुवाई में काम करने को लेकर उत्साहित हैं.
पंजाब की गुरुहरसहाई विधानसभा सीट से विधायक गुरमीत सिंह सोढ़ी, अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में खेल मंत्री थे. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सितंबर में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और नवंबर में कांग्रेस छोड़ दी थी.