बेंगलुरु: बेंगलुरु में भारी बारिश के बाद उपजी जलजमाव की स्थिति पर ट्विटर उपयोगकर्ताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. देश के सूचना प्रौद्योगिकी हब में बीती रात हुई बारिश की वजह से जगह-जगह पर जलभराव हो गया जिस पर ट्विटर पर लोगों ने कटाक्ष करते हुए निकाय प्रशासन को आड़े हाथों लिया. कुछ लोगों ने कहा कि 'बेंगलुरु अब वेनिस बन गया है' तो कुछ ने जलभराव की समस्या के लिए पेड़ काटे जाने को जिम्मेदार ठहराया.
एक ट्वीट में कहा गया, 'जलक्रीड़ा पार्क वंडर ला किसे चाहिए जब पूरा बेंगलुरु ही वाटर पार्क बन गया है. धन्यवाद, बृहत् बेंगलुरु महानगर पालिका। एक शहर को जलमग्न करने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है.' अनिर्बान सान्याल नामक एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने शहर के हवाई अड्डे का चित्र साझा किया जहां वर्षा का पानी भरा हुआ था. सान्याल ने कहा, 'बेंगलुरु हवाई अड्डे की यह स्थिति है. भारत में मूलभूत ढांचे की हालत देखकर मुझे रोना आता है. यह शर्मनाक है.'
एक अन्य उपयोगकर्ता ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर 40 प्रतिशत कमीशन के आरोप को लेकर कटाक्ष किया. उपयोगकर्ता ने जलमग्न सड़कों पर चलते वाहनों की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, 'जब ठेकेदारों को परियोजना की लागत का 40 प्रतिशत मंत्रियों और अधिकारियों को रिश्वत के तौर पर देना पड़े तब आपको यही मिलता है.' सूचना प्रौद्योगिकी उद्यमी टीवी मोहनदास पई ने ट्विटर पर एक वीडियो अपलोड किया जिसका शीर्षक था 'कृपया बेंगलुरु की हालत देखिये.'
ये भी पढ़ें-बेंगलुरु में बारिश से कई इलाके और सड़कें जलमग्न, यातायात बाधित, यलो अलर्ट जारी
वीडियो में एक व्यक्ति भगवान गणेश का वेश धारण किये हुए था और घुटने तक पानी में चल रहा था तथा उसके पीछे यातायात रेंगते हुए चल रहा था. इस ट्वीट पर कई लोगों ने शहर में अवसंरचना की कमी पर प्रशासन को लताड़ते हुए प्रतिक्रिया दी। एक उपयोगकर्ता राजीव भूषण सहाय ने जलजमाव और शहर की बदहाली के लिए अवैध रूप से बनी इमारतों और पेड़ काटने को जिम्मेदार बताया.
23 साल की लड़की की करंट से मौत: सोमवार को बिजली के खंभे के संपर्क में आने से 23 साल की एक बच्ची की मौत हो गई. घटना सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके के पास हुई. अखिला अपने कार्यस्थल से घर वापस लौट रही थी, तभी उसकी स्कूटी जलभराव वाली सड़क पार करते समय फिसल गई. पीड़िता ने सहारे के लिए पास के बिजली के खंभे को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन उसे बिजली का झटका लगा जिसके बाद वह नीचे गिर गई. उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. अखिला एक स्कूल के प्रशासन विभाग में काम करती थी. मृतक के परिवार ने बिजली और अन्य प्रणालियों के अनुचित संचालन के लिए बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) और बैंगलोर बिजली आपूर्ति कंपनी लिमिटेड (बीईएससीओएम) को दोषी ठहराया है.