चेन्नई: हाल ही में तामिलनाडु की राजधानी चेन्नई में एक अनोखा किडनी ट्रांसप्लांट हुआ (rare kidney trasplant in chennai) जहां डॉक्टरों ने पहली बार, दो अलग-अलग रक्त समूहों की किडनी को ट्रांसप्लांट किया.
यहां के कार्वेरी अस्पताल (Kauvery Hospital) के डॉक्टरों ने मंगलवार को एक 19 वर्षीय लड़के के किडनी के सफल प्रत्यारोपण की घोषणा की. डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल में लाए गए मरीज की किडनी फेल हो चुकी थी, जिसके बाद किडनी ट्रांसप्लांट ही उसकी जान बचाने का एकमात्र विकल्प था.
डॉक्टरों ने ट्रांसप्लांट के लिए संभावित दाता के रूप में लड़के की मां को चयनित किया लेकिन रक्त परीक्षण के दौरान यह पता चला कि लड़के और मां के रक्त समूह अलग थे. लड़के का बी ब्लड ग्रुप था, जबकि मां एबी ब्लड ग्रुप की थी. लेकिन इसे कुदरत का करिश्मा ही कहेंगे कि इस जांच में रक्तदाता और प्राप्तकर्ता के बीच 100% आनुवंशिक मिलान देखा गया और लड़के का किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) सफल भी रहा. इस पर कावेरी अस्पताल चेन्नई के चीफ नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. आर बालसुब्रमण्यम ने कहा कि, 'हमने ऐसा दुर्लभ प्रत्यारोपण पहली बार किया और सफल भी हुए.'
उन्होंने यह भी कहा कि, 'यह महत्वपूर्ण खोज कई रोगियों के लिए जीवनदान जैसी हो सकती है, इससे भविष्य में कई लोगों की जान बचाने में मदद करेगी.' वहीं उपचार की सफलता पर कावेरी अस्पताल चेन्नई के सह-संस्थापक डॉ. अरविंदन सेल्वराज ने कहा कि, 'मैं डॉ. आर. बालासुब्रमण्यम और उनकी टीम को जटिल निदान और इस युवा को लिए बेहतर जीवन देने के लिए बधाई देता हूं.'
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