नई दिल्ली/गाजियाबाद: वेव सिटी थाना क्षेत्र से 200 प्रतिबंधित तोतों को बरामद किया गया है. यह तोते, तस्करी कर गाजियाबाद के रास्ते जयपुर ले जाए जा रहे थे. लिपि नगायच, एसीपी वेव सिटी के अनुसार, 29 नवंबर को थाना वेव सिटी पर मुरादाबाद से तोतों की तस्करी की जानकारी दी गई थी. एफआईआर के आधार पर शकील खान और तौफीक खान और चालक महावीर सिंह पर पंछी को तकलीफ देने और तस्करी करने के आरोप पर उन तीनों को गिरफ्तार किया गया.
गौरव गुप्ता ने जानकारी दी.
सूचना के आधार पर हमने व्यू सिटी में जाल बिछाया, जिसके बाद पुलिस की मदद से राजस्थान रोडवेज की बस को पकड़ लिया गया. जब बस की जांच की गई तो पिंजरे में 200 से ज्यादा हरे तोते ठूंस-ठूंसकर भरे हुए थे. दो तस्कर मौके से भाग निकले.
तस्करी के नेटवर्क का भंडाफोड़: गौरव गुप्ता ने बताया कि PFA संस्थान के एनिमल वेलफेयर ऑफिसर, सौरभ गुप्ता ने कहा कि, यह जानकारी सामने आई है कि उत्तराखंड के आसपास के इलाकों से तोतों को पकड़कर मुरादाबाद और रामपुर में गोदामों में छुपाया जाता है. फिर उन्हें रोडवेज बसों और अन्य माध्यमों से दिल्ली एनसीआर सहित अन्य राज्यों में तस्करी की जाती है.
पुलिस ने बस के चालक महावीर सिंह को गिरफ्तार किया, जबकि अन्य दो अभियुक्त, शकील खान और तौफीक खान, अब भी फरार हैं. महावीर सिंह ने पूछताछ में बताया कि शकील और तौफीक ने मुरादाबाद से 200 तोतों को पिंजरे में बंद कर बस में लोड कराया था और उन्हें जयपुर ले जाने का निर्देश दिया गया था.
क्षेत्रीय वन अधिकारी निमी कुचिया ने बताया कि गाजियाबाद पुलिस ने तुरंत वन विभाग को सूचित किया, जिसके बाद आरोपी से बरामद किए गए तोतों का मेडिकल परीक्षण कराया गया. चिकित्सा अधिकारी द्वारा पुष्टि की गई कि सभी तोते स्वस्थ हैं. उन्हें गाजियाबाद के सिटी फोरेस्ट में खुले आसमान में छोड़ दिया गया. यह सुनिश्चित किया गया कि ये तोते प्राकृतिक आवास में लौट सकें और उन्हें फिर से खुली हवा में जीने का मौका दिया गया.
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