कारगिल: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के करगिल क्षेत्र में दो स्थानों पर बादल फटने (cloud burst) से एक लघु पनबिजली परियोजना (Hydro Power Project) , लगभग एक दर्जन मकान और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है. अधिकारियों ने बुधवार को ये जानकारी दी.
बताया कि सांगरा और खंगराल में मंगलवार शाम बादल फटने से किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है. लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी), करगिल के अध्यक्ष फिरोज अहमद खान ने बताया कि करगिल-जांस्कर मार्ग पर सांगरा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां अचानक आई बाढ़ ने लघु पनबिजली परियोजना सहित संपत्ति को बहुत नुकसान पहुंचाया.
संकू उपमंडल के सांगरा में बादल फटने से संपत्ति को बहुत नुकसान हुआ है. हमने बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल कर दी है, जबकि करगिल-जांस्कर सड़क को यातायात के लिए उपयुक्त बनाने के प्रयास जारी हैं.
खान ने कहा कि वह स्थिति का जायजा लेने के लिए अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय टीम के साथ घटनास्थल गए. हमें गुरुवार शाम तक करगिल-जांस्कर सड़क पर यातायात बहाल होने की उम्मीद है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण नौ मकान और कई हेक्टेयर भूमि पर खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है.
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उन्होंने बताया कि पाणिघर गांव में अचानक आई बाढ़ के कारण कुछ मवेशी भी मारे गए. श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर खंगराल गांव में एक स्थान पर बादल फटा, जिससे कुछ घरों और खड़ी फसलें बरबार्द हो गईं.
उन्होंने कहा कि 434 किलोमीटर लंबा राजमार्ग वाहनों के आवागमन के लिए खुला है. आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि पहली बार करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर करगिल से करीब 60 किलोमीटर दूर खंगराल गांव में बादल फटा, जबकि दूसरी घटना जांस्कर रोड पर संकू उपमंडल में करगिल से करीब 40 किलोमीटर दूर सांगरा में हुई.
(पीटीआई-भाषा)