हैदराबाद : झूठी शान की खातिर बहनोई की हत्या करने के मामले में आरोपी सैयद मोबिन अहमद और मोहम्मद मसूद अहमद को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेज दिया गया है. वहीं, इस मामले में नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने रमजान के कारण हत्या टाल दी थी, नहीं तो पहले ही इस घटना को अंजाम दे देते. पुलिस जांच के अनुसार सैयद मोबिन अपनी बहन की नागराजू से शादी से नाराज था. इसीलिए उसने उसकी हत्या की साजिश रची. मौका पाते ही बहनोई को रॉड से पीट-पीट कर मार डाला.
विकाराबाद जिले के मारपल्ली के रहने वाले नागराजू (25) और अशरीन सुल्ताना (25) बचपन के दोस्त थे. उन्होंने 1 फरवरी को ओल्ड सिटी के आर्य समाज में शादी की. हत्या 4 मई को शाम 7 बजे के करीब हुई जब सैयद मोबिन और उसके सहयोगी ने नागराजू पर हमला किया. हत्याकांड का मुख्य आरोपी परिवार का सबसे बड़ा बेटा सैयद मोबिन अहमद है. परिवार आईडीपीएल कॉलोनी के गुरुमूर्ति नगर में शिफ्ट हो गया था, क्योंकि यह क्रोनिक किडनी रोग से पीड़ित उनके पिता के इलाज के लिए ठीक जगह थी. दो साल पहले पिता की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी मोबिन पर आ गई. मोबिन की मां और तीन छोटी बहनों ने छोटे भाई की देखभाल के लिए फल भी बेचे.
इस्लाम कबूल करने को तैयार था नागराजू : 2021 में मोबिन ने अपनी दूसरी बहन की शादी लिंगमपल्ली के मसूद अहमद से करा दी उसके बाद अशरीन के लिए लड़के की तलाश करने लगा. मोबिन ने विदुर हो चुके दो बच्चों के पिता से उसका निकाह करने की बात की जिस पर अशरीन ने इनकार कर दिया. इस पर मोबिन और अशरीन के झगड़े बढ़ गए. जबरन शादी के डर से अशरीन नागराजू से मिलने के लिए 30 जनवरी को घर से भाग गई. बाद में 1 फरवरी को आर्य समाज मंदिर में शादी की और छिप गए. पुलिस ने दोनों परिवारों को बालानगर थाने बुलाया और उनकी काउंसलिंग की. इसके बाद नागराजू और अशरीन ने सुरक्षा के लिए विकाराबाद एसपी से संपर्क किया. नागराजू ने इस दौरान दो बार मोबिन अहमद से बात की. उसने कहा कि वह इस्लाम कबूल करने के लिए तैयार है.
स्पाइवेयर से रख रहा था नजर : शादी के बाद अशरीन सुल्ताना अपनी बहन और मौसी के साथ लिंगमपल्ली में फोन पर बात करती थी. पुलिस जांच में सामने आया है कि अशरीन सुल्ताना के बड़े बहनोई मसूद अहमद ने दंपति के ठिकाने की जानकारी मोबिन अहमद को दी थी. मोबिन ने किसी तरह नागराजू और अशरीन सुल्ताना के फोन नंबर पता किए फिर दोस्तों की मदद से नागराजू के फोन पर स्पाइवेयर इंस्टाल करा दिया. वह लोकेशन एप के जरिए उसकी गतिविधि की जानकारी जुटाता रहा. मोबिन ने मार्च में नागराजू को मारने की योजना बनाई थी, लेकिन रमजान के उपवास के कारण उसे टाल दिया. रमजान के अगले दिन बुधवार को उसने नागराजू की हत्या कर दी.
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