नई दिल्ली : युद्ध प्रभावित यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत (death of Indian Student in Ukraine) की घटना के बाद कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि मोदी सरकार में दूरदर्शिता की कमी है. साथ ही विरोधी दल ने आरोप लगाया कि छात्रों को निकालने के मुद्दे के प्रति भाजपा सरकार गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार दिखा रही है, जिसके कारण यूक्रेन के खारकीव में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र को जान गंवानी पड़ी.
इस बीच, भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने यूक्रेन में गोलाबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली में कैंडल मार्च निकाला. बता दें, यूक्रेन के खारकीव शहर में मंगलवार सुबह गोलाबारी में कर्नाटक के हावेरी जिले के रहने वाले छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर की मौत हो गई है.
दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रागिनी नायक ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने यूक्रेन के प्रकरण में जिस तरह से 'निष्ठुरता, संवेदनहीनता और क्रूरता' दिखाई, उसके कारण एक भारतीय छात्र की जान चली गई. उन्होंने सरकार से सवाल किया, 'कितने भारतीय छात्र-छात्राएं लापता हैं? कितने छात्र-छात्राएं खतरे वाले क्षेत्र में हैं? क्या सरकार या दूतावास के पास इसकी कोई सूची है? क्या सरकार ने भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए कोई विस्तृत योजना बनाई गई है?'
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने भारतीय बच्चों को गोलाबारी के बीच लावारिस छोड़ दिया है. रागिनी ने कहा, 'नजारे नहीं, नतीजे चाहिए. सरकार यह सुनिश्चित करे कि सभी भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए.' कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया, 'क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस या यूक्रेन के राष्ट्र प्रमुखों से बात करने का कोई व्यक्तिगत प्रयास किया है? क्या भारतीय दूतावास ने हमारे छात्रों को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए यूक्रेन के किसी भी पड़ोसी देश से बात की है?'
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी यूक्रेन में भारतीय छात्र की मौत पर दुख जाते हुए सरकार से जल्द से जल्द कदम उठाने का आग्रह किया और कहा कि इस वक्त एक-एक मिनट कीमती है. उन्होंने ट्वीट किया, 'यूक्रेन में भारतीय छात्र नवीन के जान गंवाने की दुखद खबर मिली है. उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है. मैं फिर यह बात दोहराता हूं कि भारतीय नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारत सरकार को एक सामरिक योजना बनाने की जरूरत है. एक-एक मिनट कीमती है.'
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, 'यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र नवीन की मृत्यु की खबर बहुत ही दुखदायी है. उनके परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं. ईश्वर उन्हें इस दुख की घड़ी में साहस दें. मेरा सरकार से निवेदन है कि हरसंभव प्रयास कर जल्द से जल्द हमारे सभी छात्र-छात्राओं को वापस लाया जाए.'
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'मोदी जी, आपकी सरकार की संवेदन शून्यता के कारण कर्नाटक के जिस परिवार ने अपने बच्चे को खो दिया, उन्हें क्या कहेंगे ? यूक्रेन युद्ध के बीच 20 हज़ार भारतीयों ज़िन्दगी हर पल ख़तरे में है और आप ये सब करने में जुटे हैं ? हज़ारों बच्चों को सुरक्षित लाने की जिम्मेदारी किसकी है?'
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कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा, 'मैं भारतीय छात्र की मौत की दिल दहला देने वाली घटना को जानकर स्तब्ध और उदास हूं. नरेंद्र मोदी जी को युद्धग्रस्त यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने पर ध्यान देना चाहिए. हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. भारत के उन लाचार छात्रों के साथ पूरा देश खड़ा है. भगवान उनकी रक्षा करे.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भी ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध पर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए. उन्होंने कहा, 'ऐसे संवाद से सरकार को आगे बेहतर से बेहतर कदम उठाने में मदद मिलेगी.'