जयपुर : राजस्थान के करौली जिले में सपोटरा मंदिर के पुजारी की हत्या का मामला सामने आया है. मंदिर के पुजारी को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया. बाद में गुरुवार देर रात गंभीर रूप से जख्मी पुजारी की जयपुर के सवाई माधो सिंह (एसएमएस) अस्पताल में मौत हो गई. पुजारी की मौत के बाद आक्रोशित परिजन और कई सामाजिक संगठन अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र सिंह राठौड़, विधायक रामलाल जाट सहित विभिन्न संगठनों ने ट्वीट कर घटना का दुख जताया है. साथ ही विभिन्न संगठनों ने शुक्रवार को करौली कलेक्ट्रेट में विरोध-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
शुक्रवार शाम को मृतक बाबू पुजारी का शव गांव पहुंचा. शव को लेकर गांव में ग्रामीण बैठे हुए हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की है. ग्रामीण 50 लाख रुपए और आश्रित को नौकरी देने की मांग कर रहे हैं.
ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन की ओर से जब तक लिखित में आश्वासन नहीं दिया जाता है तब तक वे दाह संस्कार नहीं करेंगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन के उच्च अधिकारी ग्रामीणों से समझाइश के लिए रवाना हो गए हैं.
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए जमीन से जुड़े अन्य मामलों की स्क्रूटनी करवाई जाएगी. उन्होंने बताया कि स्वयं के द्वारा इसका सुपरविजन किया जाएगा. कच्छावा ने कहा कि मूलरूप से सबसे पहले जो तथ्य पुलिस के समक्ष आए हैं, उसमें भूमि विवाद से जुड़ा हुआ मामला है. मृतक बाबूलाल वैष्णव ने जो कथन किए थे, उसके अनुसार आईपीसी धारा 307 में मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन पुजारी की मौत हो गई इसलिए अब मुकदमा धारा 302 में दर्ज किया जाएगा.
करौली-धौलपुर सांसद डॉ. मनोज राजोरिया ने घटना की निंदा की है. उन्होंने सीएम अशोक गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पुजारी को जिंदा जलाना राजस्थान में कानून व्यवस्था की नाकामियों को दर्शाता है. उन्होंने सीएम अशोक गहलोत से इस्तीफे की मांग की है.
ईटीवी भारत की टीम ने शुक्रवार को घटनास्थल पर पहुंच परिजनों से भी बात की. इस दौरान परिजन सहमे नजर आए, तो गांव के लोग दहशत के कारण कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. ईटीवी भारत की टीम ने जब परिवार के अन्य लोगों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि हम सुरक्षित नहीं हैं.
राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मामले में दुख जताया है. उन्होंने कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा. पीड़ित परिवार को पूरा न्याय राजस्थान सरकार देगी. डोटासरा ने कहा कि पुलिस पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा दी जाएगी. इस मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा. पीड़ित परिवार को पूरा न्याय राजस्थान सरकार देगी.
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी इस मामले में प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर जुबानी हमला बोला है. राठौड़ ने कहा है इस प्रकार की घटनाओं से राजस्थान का नाम देश में धूमिल हो रहा है. राज्यवर्धन सिंह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पॉलिटिकल पर्यटन करने वाले राहुल गांधी अब राजस्थान की ओर भी थोड़ा ध्यान दें.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि आज राजस्थान में कोई भी सुरक्षित नहीं है और पुलिस का मनोबल भी लगातार गिर रहा है. मंदिर में पूजा करने वाला पुजारी तक सुरक्षित नहीं है. राठौड़ के अनुसार जो सरकार महीनों तक पांच सितारा होटल में रहती है वो केवल खुद की सुरक्षा कर सकती है, जनता की नहीं. इसीलिए राजस्थान का नाम धूमिल होता जा रहा है.
राठौड़ ने कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े यही बताते हैं कि महिला उत्पीड़न में पूरे देश भर में राजस्थान नंबर वन है. राजस्थान एक मर्यादित प्रदेश माना जाता है, राहुल गांधी बीजेपी शासित प्रदेशों में पॉलिटिकल पर्यटन करते हैं, लेकिन अब थोड़ा राजस्थान की तरफ भी ध्यान दें.
गौरतलब है कि मंदिर भूमि के विवाद में बुधवार को मंदिर पुजारी बाबूलाल वैष्णव को कुछ अतिक्रमणकारियों ने पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया था. जिसके बाद गंभीर रूप से झुलसे पुजारी को जयपुर एसएमएस अस्पताल लाया गया. जहां बर्न यूनिट में इलाज के दौरान गुरुवार को पुजारी ने दम तोड़ दिया. उधर, जयपुर में अस्पताल की मोर्चरी के बाहर परिजनों के साथ फाइट फॉर राइट, परशुराम सेना सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारी पुजारी पर हुए अत्याचार को लेकर धरने पर बैठ गए हैं.
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वसुंधरा राजे ने इस मामले में दो ट्वीट करते हुए लिखा कि अब स्पष्ट हो चुका है कि प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है. साथ ही उन्होंने सपोटरा में हुई इस घटना की निंदा की और लिखा कि इस पूरे मामले की जितनी निंदा की जाए, वह कम है. राजस्थान में अपराध का ग्राफ जिस गति से बढ़ रहा है, उससे एक बात तो स्पष्ट हो गई है कि यहां महिलाएं बच्चे-बूढ़े, दलित, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं है. राज्य की कांग्रेस सरकार अब अपनी गहरी नींद को त्यागे और दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलवाए.
सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर कहा कि करौली में बाबूलाल वैष्णव की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है. प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है. घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कार्रवाई जारी है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
फाइट फॉर राइट के प्रदेशाध्यक्ष सुनील उदेईया ने कहा कि उन आरोपी अतिक्रमणकारियों से परिजनों को इतना डर है की वो मृतक का शव गांव ले जाने के लिए तैयार नहीं है. उनकी पुकार पर सभी संगठन आज उनके साथ है. परिजनों की मांग है कि, पहले उनको पुलिस सुरक्षा दी जाएं. जिससे वो डेथ बॉडी को लेकर गांव जा सके. साथ ही निर्धन पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार में एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग रखी है. इसके अलावा पूरे प्रकरण में एसएचओ सपोटरा की भूमिका भी संदिग्ध है जिनको भी सस्पेंड किया जाए.
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट कर इस घटना की निंदा की. राठौड़ ने लिखा कि इस वीभत्स घटना में बुरी तरह झुलसे मंदिर के पुजारी जिंदगी की जंग हार चुके हैं. यह दिल दहला देने वाली घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार की लचर कानून-व्यवस्था का एक और ये प्रमाण है. उन्होंने ट्वीट के जरिए प्रदेश सरकार से मांग की कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं.
इस घटना के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि आग में झुलसे पुजारी बाबूलाल ने उपचार के दौरान बताया कि उसका परिवार सपोटरा बूकना गांव में राधा गोपाल मंदिर की पूजा कर अपना गुजारा करता है. मंदिर के नाम की 15 बीघा जमीन में खेती बाड़ी करते हैं. गांव के कैलाश और उसके परिवार वाले मंदिर की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करना चाहते थे.
जिसके बाद बुधवार को कैलाश उसके परिजनों के साथ आया और कब्जा सुदा वाड़े पर छान बांधने लगे. पुजारी ने कैलाश को मना किया, तो विवाद हो गया. जिसके बाद दबंगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़कर उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की. बाद में पुजारी को राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
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जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जयपुर के एसएमएस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया. गुरुवार देर शाम पीड़ित पुजारी बाबुलाल की उपचार के दौरान मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक कच्छावा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एएसपी के सुपरविजन में पुलिस टीम गठित की और आरोपियों को शीघ्रता से गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए. गठित पुलिस टीम द्वारा कई स्थानों पर दबिश दी गई. टीम द्वारा पुजारी को आग से झुलसाने के मुख्य आरोपी बूकना निवासी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया. शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने किया विरोध...
पुजारी को पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने के मामले पर ब्राह्मण समाज सहित भाजपा और अन्य विभिन्न संगठनों का विरोध नजर आ रहा है. सोशल मीडिया पर पुजारी के साथ हुई घटना की घोर निंदा हो रही है. प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र सिंह राठौड़, विधायक रामलाल जाट सहित विभिन्न संगठनों ने ट्वीट कर घटना का दुख जताया है. साथ ही विभिन्न संगठनों ने शुक्रवार को करौली कलेक्ट्रेट में विरोध-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
ईटीवी भारत ने किया सबसे पहले प्रकाशित...
इस घटना को सबसे पहले ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. ये वारदात बुधवार यानी 7 अक्टूबर की है, जिसमें सपोटरा के बुकना गांव में स्थित राधा गोपाल मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव को गांव के कुछ दबंगों ने दिनदहाड़े पेट्रोल से जलाने की कोशिश की थी. इस घटना के प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आज यानी शुक्रवार को मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
पूरा मामला...
सपोटरा के बुकना गांव में स्थित राधा गोपाल मंदिर के पुजारी बाबूलाल वैष्णव को गांव के कुछ दबंगों ने बुधवार को दिनदहाड़े पेट्रोल से जलाने की कोशिश की. ग्रामीणों ने बताया कि गांव वालों ने मंदिर माफी की जमीन दे रखी है. गांव के पहाड़ के पास स्थित मंदिर की जमीन के सामने वाली भूमि पर पिछले 20-25 दिन पहले पुजारी बाबूलाल वैष्णव ने भूमि को समतल करवाने के लिए जेसीबी मशीन चलवाई थी. पुजारी वहां पर अपना घर बनाना चाहता था, लेकिन गांव के कुछ दबंगों ने मंदिर माफी की जमीन पर घर नहीं बनाने के लिए मना किया. इस पर पुजारी ने पंचायत बुलाई और अपनी व्यथा सुनाई.
जिसके बाद पंचायत ने दबंगों को पुजारी को परेशान नहीं करने को कहा. सपोटरा थानाधिकारी हरजी लाल यादव ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि अस्पताल में बुकना गांव का कोई व्यक्ति भर्ती हुआ है, जो पूरी तरह से जल चुका है. जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद पुजारी को जयपुर रेफर कर दिया. गंभीर घायल होने के कारण पुलिस पीड़ित पुजारी का पर्चा बयान नहीं ले सकी.