नई दिल्ली/इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा है कि वह करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को न्योता भेजेगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इसके लिए एक वीडियो संदेश जारी किय है. इस पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार नकवी का कहना है कि इस बात का फैसला सरकार करेगी.
बता दें, अपने वीडियो में शाह ने बताया कि पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लेने के लिए मनमोहन सिंह को आमंत्रित करने का फैसला किया है.
उन्होंने कहा, 'करतारपुर गलियारा एक बेहद अहम परियोजना है. इसमें प्रधानमंत्री इमरान खान निजी स्तर पर दिलचस्पी ले रहे हैं. हमने सलाह-मशविरे के बाद भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गलियारे के उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित करने का फैसला किया है. मैं विदेश मंत्री की हैसियत से मनमोहन सिंह साहब को इस समारोह में हिस्सा लेने की दावत दे रहा हूं.'
कुरैशी ने कहा कि पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री को औपचारिक रूप से भी निमंत्रण भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि धार्मिक रूप से भी इस न्योते का अर्थ है क्योंकि मनमोहन सिंह का संबंध सिख समुदाय से है. उन्होंने सिख समुदाय को भी निमंत्रित किया कि वह इस पवित्र अवसर पर होने वाले आयोजन में शामिल हो.'
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने पहले से कहा है कि बाबा गुरु नानक के 550वें प्रकाशोत्सव के अवसर पर नौ नवंबर को इस गलियारे को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. यह कॉरिडोर करतारपुर स्थित दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से जोड़ेगा, जिससे भारतीय श्रद्धालु वीजा मुक्त आवाजाही कर सकेंगे. करतारपुर जाने वाले श्रद्धालुओं को केवल परमिट लेना होगा.
बता दें, भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान इस कॉरिडोर को नौ नवंबर को खोलेगा.
ये भी पढ़ें: गुरु नानक की जयंती कार्यक्रम में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री आमंत्रित
बता दें, यह गलियारा भारतीय क्षेत्र से करतारपुर साहिब गुरुद्वारे को जोड़ेगा, जो पाकिस्तान के नरवाल जिले में भारतीय पंजाब के गुरदासपुर स्थित सीमा से कुछ ही दूर स्थित है. इसी गुरुद्वारे में बाबा गुरु नानक ने अपने जीवन के अंतिम क्षण बिताए थे. इस वजह से इसे बेहद पवित्र माना जाता है.
वहीं, इस पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सरकार को देश की सुरक्षा की दृष्टि से जो उचित लगेगा वह करेगी. मुख्तार अब्बास नकवी से जब यह पूछा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन में बुलाने पर कोई विचार नहीं कर रही है तो उन्होंने कहा कि न्योता तो तब दिया जाता जब हम जाना चाहते.
नकवी ने कहा की पकिस्तान के लीडर देश और विदेश दोनों की रणनीतियों को लेकर खुद में भ्रमित हैं और इसी कारण उनकी हर जगह भद पिट रही है.
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद वहां के लोगों के लिए सरकार द्वारा लाई जा रही योजनाओं पर बोलते हुए कहा कि वहां के लोगों की भलाई के लिए और उनकी सुरक्षा के लिए हमारी सरकार पूरी वफादारी से काम कर रही है.
नकवी ने कहा कि घाटी में कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं, जो वहां के माहौल को खराब करना चाहते हैं लेकिन लेकिन मुझे खुशी है कि जम्मू-कश्मीर, लेह और कारगिल के लोग ऐसे लोगों को परास्त कर रहे हैं और किसी के षड्यंत्र में नहीं आ रहे हैं.
वहीं कुरैशी ने एक टीवी चैनल को बताया, 'करतारपुर गलियारे का उद्घाटन एक बड़ा कार्यक्रम है पाकिस्तान इसकी जोर-शोर से तैयारी कर रहा है. हमने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इसमें बुलाने का निर्णय किया है. हम जल्दी ही इस बारे में उन्हें एक औपचारिक पत्र भेजेंगे.'
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं.
कुरैशी ने बताया, 'सिख श्रद्धालुओं का स्वागत कर हमें प्रसन्नता होगी, जो गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर करतारपुर आने वाले हैं.'