नई दिल्ली : विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए सरकार ने विशेष ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों को वापस उनके गृह राज्यों तक पहुंचाने को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए. नए आदेश में कहा गया है कि उन्हें विशेष ट्रेनों से वापस लाया जाएगा.
रेलवे ने कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार यह फैसला किया गया है कि लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य लोगों के लिए आज मजदूर दिवस से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी.
जानकारी के मुताबिक आज लिंगमपल्ली से हटिया, अलूवा से भुवनेश्वर, नासिक से लखनऊ, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया के लिए ट्रेनें चलेंगी. पहली ऐसी ट्रेन शुक्रवार सुबह 4:50 बजे हैदराबाद से झारखंड के लिए रवाना हुई जिसमें 1,200 यात्री हैं.
रेल मंत्रालय ने कहा कि राज्य सरकारों की अपील पर ट्रेनों को चलाया जाएगा. इस दौरान प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा. रेलवे और राज्य सरकारें इसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त करेंगी.
प्रोटोकॉल के मुताबिक सभी यात्रियों को स्क्रीनिंग से गुजरना पड़ेगा. सिर्फ उन्हीं को यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी जिनमें संक्रमण का कोई भी लक्षण नहीं होगा. यात्रियों को भेजने वाले राज्य उन्हें बसों में रेलवे स्टेशन तक लेकर आएंगे और इस दौरन सोशल डिस्टेंसिग व अन्य सभी प्रोटोकॉलों का पालन किया जाएगा.
गंतव्य पर पहुंचने पर यात्रियों को फिर से स्क्रीन किया जाएगा. यदि जरूरत महसूस होती है तो उन्हें क्वारंटाइन भी किया जाएगा. लंबी दूरी की ट्रेनों में रेलवे यात्रा के दौरान भोजन उपलब्ध कराएगा.
पढ़ें-1200 प्रवासी मजदूरों को लेकर तेलंगाना से झारखंड रवाना हुई पहली स्पेशल ट्रेन