नई दिल्ली : दुनियाभर के कई देशों में भारत के नागरिक फंसे हुए हैं. ऐसे में भारत सरकार ने एक बयान में कहा कि विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए सात मई से 13 मई के बीच कम से कम 64 उड़ानें रवाना होंगी.
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि शिकागो से दिल्ली वापस आने वाले यात्रियों को एक लाख, जबकि लंदन से मुंबई आने वालों से 50,000 रुपए अदा करने होंगे. वहीं ढाका से दिल्ली की उड़ान के लिए लगभग 12,000 रुपये का भुगतान करना होगा.
विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यात्रियों को लाने की प्रक्रिया के पहले सप्ताह में एयर इंडिया फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए विशेष उड़ानों का संचालन करेगी. निजी एयरलाइंस अगले चरण में भी जा सकती हैं.
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पुरी ने आगे कहा कि 64 उड़ानों में से सात देशों की 15 उड़ानें केरल आएंगी, 11 उड़ानें दिल्ली आएंगी, तीन उड़ानें जम्मू-कश्मीर और एक उड़ान लखनऊ आएगी.
उड्डयन मंत्री ने आगे कहा कि इन उड़ानों से पहुंचे यात्रियों की पहले जांच की जाएगी, फिर उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा.
सरकार की योजना के अनुसार, भारत अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात से 10, कतर से दो, सऊदी अरब से पांच, यूनाइटेड किंगडम से सात, सिंगापुर से पांच, संयुक्त राज्य अमेरिका से सात, फिलीपींस से पांच, बांग्लादेश से सात, बहरीन से दो, मलेशिया से सात, कुवैत से पांच, और ओमान से दो उड़ानों का संचालन करेगा.
पहले चरण में वापस लाए जाने वाले यात्रियों की संख्या का राज्यवार ब्योरा :