हाल ही में प्रकाशित हुए एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में अल्जाइमर रोग (World alzheimer day) और आंत संबंधी विकारों यानी गैस्ट्रोइंटेसटाइनल रोगों के एक दूसरे से आनुवंशिक रूप से संबंधित होने की बात कही गई है. कम्यूनिकेशन बायलॉजी (Communication Biology) में में प्रकाशित हुए इस शोध में शोधकर्ताओं ने कुछ ऐसे जीन की खोज की है जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों (गट हेल्थ से जुड़ी समस्याओं) और अल्जाइमर दोनों ही (Gut health and Alzheimer disease associated each other) अवस्थाओं में समान अनुवांशिक जोखिम कारक साझा करते हैं और शरीर में दोनों ही प्रकार की समस्याओं का कारण बन सकते हैं. World alzheimer's day 2022 . Alzheimers symptoms . What is dementia disease .
कैसे हुआ शोध : ऑस्ट्रेलिया के एडिथ कोवान विश्वविद्यालय (Edith Cowan University Australia) के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए इस अध्ययन के निष्कर्ष में प्रमुख शोधकर्ता डॉ इमैनुएल एडवुई (Dr Emmanuel Edvui) ने बताया कि यह शोध इन दोनों अवस्थाओं के बीच के संबंध तथा उनके होने की आशंका के बारें में जानने और उनके निवारण के लिए नए उपचार विकसित करने के लिए ,नए लक्ष्यों की पहचान करने के उद्देश्य से किया गया था. डॉ इमैनुएल ने उम्मीद जताई है कि इस शोध में हुई खोजों के फलस्वरूप अल्जाइमर और आंत विकारों, दोनों के संभावित उपचार के नए रास्ते खुल सकते हैं. alzheimer's symptoms .
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इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने आंत और एल्जाइमर के बीच अनुवांशिक संघों का पता लगाने के लिए 15 बड़े जीनोम अध्ययनों से आनुवंशिक डेटा का विश्लेषण किया था. जिसमें लगभग 400,000 से ज्यादा ऐसे लोग शामिल थे, जिन्हे अल्जाइमर या और आंत संबंधी विकार थे. शोधकर्ताओं ने पाया कि कुछ जीन अल्जाइमर और कुछ आंत विकारों जैसे गैस्ट्रोसोफेजियल रीफ्लक्स बीमारी (जीईआरडी), पेप्टिक अल्सर रोग (पीयूडी), गैस्ट्र्रिटिस-डुओडेनाइटिस, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम, और डायवर्टीकुलोसिस जैसे रोगों,(gastroesophageal reflux disease (GERD), peptic ulcer disease (PUD), gastritis-duodenitis, irritable bowel syndrome, and diseases such as diverticulosis) दोनों से जुड़े थे.
शोध के नतीजे: हालांकि शोध में एडिथ कोवान विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर प्रिसिजन हेल्थ (Center for Precision Health at Edith Cowan University) के निदेशक तथा अध्ययन के वरिष्ठ लेखक प्रो. साइमन लॉज (Prof. Simon Lodge Director) इस बात का भी उल्लेख है कि अध्ययन में सीधे तौर पर यह नहीं पाया गया कि आंत संबंधी विकार अल्जाइमर रोग होने का कारण हो सकते हैं लेकिन शोध में गट और ब्रेन के बीच के संबंध को लेकर मूल्यवान नतीजे मिले है.
इस शोध के नतीजों में ना केवल गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों के साथ, बल्कि आंत माइक्रोबायोम के साथ भी अल्जाइमर के आनुवंशिक जुड़ाव पर प्रकाश डाला गया है. पहले के शोध के निष्कर्षों में पाया गया था कि आंत माइक्रोबायोम, अल्जाइमर के विकास को प्रभावित कर सकती है. विशेष रूप से, कुछ अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि आंत माइक्रोबायोटा में बैक्टीरिया, अल्जाइमर रोग बढ़ाने वाले प्रिनफ्लेमेटरी साइटोकिन्स के उत्पादन को प्रभावित कर सकते हैं.
लाइलाज है अल्जाइमर: गौरतलब है कि अल्जाइमर रोग वृद्ध वयस्कों में (Dementia in older adults) मनोभ्रंश यानी डिमेंशिया का सबसे आम प्रकार माना जाता है. वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, 60-70% मनोभ्रंश के मामले अल्जाइमर के कारण ही होते हैं. इसका कोई ज्ञात उपचार नहीं है, इसलिए जितनी जल्दी इस रोग का पता चलेगा उतनी जल्दी दवाइयों की मदद से उसे नियंत्रित रखने का प्रयास शुरू हो सकेगा. ऐसे में इस अध्धयन के नतीजों ने अल्जाइमर (Alzheimer) के पहले के निदान और उसके होने की अवस्था में उपचार के लिए एक और संभावित मार्ग का सुझाव दिया है. वहीं शोध के निष्कर्षों में यह भी बताया गया है कि लिपिड होमियोस्टेसिस और सूजन को नियंत्रित करने वाली तथा कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली कुछ दवाएं दोनों स्थितियों के इलाज में उपयोगी साबित हो सकती हैं.
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