विदिशा। जिले में लॉकडाउन के दौरान दिहाड़ी मजदूर जो कि भोपाल में फंसे थे. उन्हें अपने गांव जाने के लिये वाहन न मिलने पर वह पैदल सफर तय कर रहे हैं. वहीं कोई भूखे पेट तो कोई बिस्कुट खाकर पैदल सफर करने को मजबूर है. मजदूरों के साथ उनका पूरा परिवार, छोटे बच्चे भी सफर करते नजर आये.
भोपाल से 50 किलोमीटर का सफर तय करके मजदूरों का जत्था विदिशा पहुंचा. इन सभी मजदूरों को अलग अलग जिलों तक पहुंचना है. कोई मजदूर अपने परिवार के साथ उमरिया जिला तो कोई सागर जिले के मुंगावली जा रहे हैं. अभी इन मजदूरों को 450 किलोमीटर तो किसी को 650 किलोमीटर का सफर तय करना है.
लॉकडाउन में भोपाल से पैदल निकले उमरिया के लिए यह मजदूर भोपाल की अलग अलग निजी कंपनियों में मजदूरी का काम करते हैं. वह बताते हैं कि जब से लॉकडाउन हुआ है तब से वो वहीं फंसे हैं. रास्ते में कई बार वाहनों से लिफ्ट मांगने की कोशिश भी की. लेकिन लिफ्ट नहीं मिली तो अपने गांव के लिए सभी लोग पैदल निकल पड़े. एक मजदूर परिवार के साथ तो चार साल का बच्चा अपने नन्ने कदमों से सफर तय करता नजर आया.
मजदूर बताते हैं कि शुरू में तो भोजन की व्यवस्था भी हो रही थी पर अब तो दूर दूर तक खाने के भी लाले पड़ गए हैं. जिससे उन्हे भूखे पेट ही सफर करना पड़ रहा है. मजदूर बताते हैं जिस फैक्ट्री में वो काम करते हैं वो अब पूरी तरह बंद हैं. कब खुलेगी इसका भी कोई भरोसा नहीं इसलिए अपने गांव ही निकल पड़े हैं.