विदिशा। जब सरकारी सिस्टम पूरी तरह से फेल हो जाए तो एक आम आदमी के पास बेबसी के सिवाय और कुछ नहीं बचता. पहले पत्नी के साथ बलात्कार और बाद में विरोध करने पर पति की हत्या. इस घिनौनी और दिल दहलादेने वाली घटना के बाद सरकारी सिस्टम का सलूम भी किसी सितम से कम नहीं था. मौत के बाद जब शव को पोस्टमॉर्टम के लिए लटेरी लाया गया, लेकिन डॉक्टरों की गैर मौजूदगी की वजह से शव को सिरोंज भेज दिया गया. अपंग सिस्टम के हाल तो देखिए सिरोंज में भी डॉक्टर नदारद थे.
सोचिए परिजन शव के पोस्टमॉर्टम के लिए यहां से वहां भटकते रहे, ना तो कोई एंबुलेंस मिला और ना ही कोई सरकारी वाहन,मजबूरी में परिजन ट्रेक्टर-ट्रॉली में शव को रखकर अस्पतालों के चक्कर काटते रहे. ट्रेक्टर ट्रॉली से परिजन करीब 100 किलोमीटर का सफर तय कर लेते हैं. खैर पोस्टमॉर्टम तो हो जाता है लेकिन इस पूरी घटना ने सरकारी सिस्टम को शर्मसार कर दिया
पत्नी से रेप, पति की हत्या
नवर्दा में एक हैवान अपने दोस्त के साथ मिलकर मुंह बोली भाभी के साथ पहले बलात्कार करता है और बाद में नशे में चूर होकर पति को मौत के घाट उतार देता है. घटना की जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस अगले दिन सुबह मौके पर आती है और तब तक शव पड़ा रहता है. इतना ही नहीं पीड़िता को अपना मेडिकल कराने के लिए भी कई अस्पतालों को चक्कर लगाने पड़े.
कार्रवाई के नाम पर आश्वासन
जैसा की हमेशा होता है कि घटना के बाद प्रशासन हरकत में आता है. इस मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ. हालांकि पुलिस ने काफी खोजबीन के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन मौत के बाद जिस तरह पोस्टमॉर्टम के परिजन शव को लेकर चक्कर काटते रहे ये बेहद ही शर्मनाक था. इस मामले में अस्पताल प्रशासन ने कार्रवाई की बात कही है