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Vidisha News: इंडियन रेड स्नेक का सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू, पहले से था घायल, इलाज कर जंगल में छोड़ा - विदिशा में इंडियन रेड स्नेक का रेस्क्यू

विदिशा की वृंदावन कॉलोनी के एक घर से इंडियन रेड स्नेक का रेस्क्यू किया गया. 8 फिट लंबा सांप जो पहले से चोटिल था, उसका इलाज कर जंगल में छोड़ दिया गया. सर्पमित्र ने 15 सांपों का इलाज कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा है.

Indian red snake rescue in Vidisha
विदिशा में इंडियन रेड स्नेक का रेस्क्यू
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Published : Jul 25, 2023, 3:51 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 11:02 PM IST

इंडियन रेड स्नेक का सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू

विदिशा। शहर की सोटिया रोड वृंदावन कॉलोनी में रहने वाले मनीष कुशवाहा के घर में इंडियन रेड नामक सांप भटकते हुए कहीं से घुस आया था. सांप को देखकर रहवासियों में अफरा-तफरी मच गई. फिर लोगों ने सर्पमित्र से संपर्क कर सांप का न केवल रेस्क्यू किया, बल्कि सर्पमित्र ने उसका इलाज भी किया. सांप की लंबाई लगभग 8 फीट बताई जा रही है जोकि बहुत ज्यादा जहरीला नहीं है. यह सांप पहले से घायल था, इसका इलाज करके जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया.

8 फीट इंडियन रेड स्नेक का रेस्क्यू: विदिशा के रहने वाले सर्पमित्र हफीज कुरैशी ने बताया कि "हमने एक सांप पकड़ा था. 8 फीट का इंडियन रेड स्नेक जो घायल था. उसके घाव में चींटी लगी हुई थी और उसमें कीड़े पड़ गए थे. उसका ट्रीटमेंट करके हमने 2 दिन अपने घर पर रखा और फिर उसको सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया. हमने सांप के उपचार की ट्रेनिंग ली है. उसका इलाज नहीं होता तो दो-चार दिन में वह मर जाता. हमारा काम सांपों को बचाना और इंसानों को बचाना है. इसीलिए सांपों को कभी मारे नहीं."

सांप से जुड़ी खबरें यहां पढ़ें:

सांप पर्यावरण का हिस्सा: सर्पमित्र ने बताया कि "सांप भी पर्यावरण का हिस्सा हैं. सांपों के घरों में पानी भर जाता है इसीलिए वह इंसान के मकानों में आ जाते हैं. रास्ता भटक जाते हैं, इसलिए सांपों को मारे नहीं. हमने लगभग 10-15 सांपों का ट्रीटमेंट करके जंगल में सुरक्षित छोड़ा है. हम सांपों को बचाने का कार्य लगभग 15 साल से कर रहे हैं. कम से कम 12 से 15 फीट तक के सांप पकड़ चुके हैं, जिसमें इंडियन रेड स्नेक, कोबरा, रसैल वाइपर और करैत सांप जो रात में ही निकलता है. सबसे ज्यादा मौत इनके काटने से होती है."

इंडियन रेड स्नेक का सर्पमित्र ने किया रेस्क्यू

विदिशा। शहर की सोटिया रोड वृंदावन कॉलोनी में रहने वाले मनीष कुशवाहा के घर में इंडियन रेड नामक सांप भटकते हुए कहीं से घुस आया था. सांप को देखकर रहवासियों में अफरा-तफरी मच गई. फिर लोगों ने सर्पमित्र से संपर्क कर सांप का न केवल रेस्क्यू किया, बल्कि सर्पमित्र ने उसका इलाज भी किया. सांप की लंबाई लगभग 8 फीट बताई जा रही है जोकि बहुत ज्यादा जहरीला नहीं है. यह सांप पहले से घायल था, इसका इलाज करके जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया.

8 फीट इंडियन रेड स्नेक का रेस्क्यू: विदिशा के रहने वाले सर्पमित्र हफीज कुरैशी ने बताया कि "हमने एक सांप पकड़ा था. 8 फीट का इंडियन रेड स्नेक जो घायल था. उसके घाव में चींटी लगी हुई थी और उसमें कीड़े पड़ गए थे. उसका ट्रीटमेंट करके हमने 2 दिन अपने घर पर रखा और फिर उसको सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया. हमने सांप के उपचार की ट्रेनिंग ली है. उसका इलाज नहीं होता तो दो-चार दिन में वह मर जाता. हमारा काम सांपों को बचाना और इंसानों को बचाना है. इसीलिए सांपों को कभी मारे नहीं."

सांप से जुड़ी खबरें यहां पढ़ें:

सांप पर्यावरण का हिस्सा: सर्पमित्र ने बताया कि "सांप भी पर्यावरण का हिस्सा हैं. सांपों के घरों में पानी भर जाता है इसीलिए वह इंसान के मकानों में आ जाते हैं. रास्ता भटक जाते हैं, इसलिए सांपों को मारे नहीं. हमने लगभग 10-15 सांपों का ट्रीटमेंट करके जंगल में सुरक्षित छोड़ा है. हम सांपों को बचाने का कार्य लगभग 15 साल से कर रहे हैं. कम से कम 12 से 15 फीट तक के सांप पकड़ चुके हैं, जिसमें इंडियन रेड स्नेक, कोबरा, रसैल वाइपर और करैत सांप जो रात में ही निकलता है. सबसे ज्यादा मौत इनके काटने से होती है."

Last Updated : Jul 25, 2023, 11:02 PM IST
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