विदिशा। विदिशा जिले में कई बहनों ने स्वेछा से लाड़ली बहना योजना के लाभ का परित्याग कर दिया. लाभ परित्याग करने वाली महिलाओं में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, सुपरवाइजर और स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष, सचिव शामिल हैं. बता दें कि प्रदेश में कई महिलाएं हैं जो शासकीय पद पर काम कर रहीं हैं और नई गाइडलाइन के अनुसार इस योजना का लाभ नहीं ले सकतीं.
370 बहनों ने किया परित्याग: मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लाड़ली बहना योजना के तहत प्रदेश भर की बहनों को सीधे उनके खाते में राशि भेजी जाती है. विदिशा जिले में 2 लाख 85 हजार 557 बहनें इसका लाभ ले रहीं थीं. जिनमें कुछ ऐसी महिलाएं भी शामिल थीं जो पहले से ही शासकीय लाभ के पद पर काम कर रहीं थीं. ऐसे में शासन की नई गाइडलाइन के अनुसार बहनों को लाड़ली बहना से मिलने वाले लाभ को छोड़ना था. जिले में अभी तक 370 लाड़ली बहनों ने योजना का लाभ छोड़ दिया है.
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क्या कहना है अधिकारी का: महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी भरत सिंह राजपूत ने बताया कि विदिशा जिले में 370 बहनों द्वारा स्वेच्छा से लाड़ली बहना योजना का लाभ छोड़ दिया गया है. इन 370 लाभार्थियों में सबसे ज्यादा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, सुपरवाइजर, स्व-सहायता समूह की सचिव और अध्यक्ष शामिल हैं.नई गाइडलाइन के अनुसार शासकीय पद पर काम कर रहीं महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं ले सकतीं हैं.