विदिशा। एक ऐसा व्यापारी वर्ग जो आम आदमी के शुभ कार्यों या वैवाहिक आयोजनों में चार चांद लगा देता है आज खुद सरकारी प्रतिबंधों के चलते दो जून की रोटी के लिए परेशान है. शादी विवाह से जुड़े व्यवसायियों की जो वैश्विक महामारी के चलते आर्थिक रूप से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं और अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए सरकार से मदद की अपील कर रहे हैं.
कोरोना महामारी के चलते सरकार ने फरवरी माह में लॉकडाउन की घोषणा कर दी थी, तब से लेकर आज तक लगभग 8 महीने बीत चुके हैं लेकिन सरकार द्वारा शादी समारोह या अन्य आयोजनों में सिर्फ 100 लोगों की अनुमति प्रदान की है, जिसके चलते बड़े आयोजन नहीं हो पा रहे हैं, सीमित आयोजन के कारण शादी समारोह के व्यापार से जुड़े लगभग 1200 परिवार प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए हैं.
धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों में 100 व्यक्तियों की संख्या को बढ़ाकर 500 तक की जाए, इसी मांग को लेकर टेंट फेडरेशन ऑफ मध्य प्रदेश के तत्वधान में टेंट ध्वनि एवं प्रकाश संघ गंजबासौदा के बैनर तले सभी टेंट, साउंड और लाइट का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान के बाहर आर्थिक तंगी से परेशान होकर पोस्टर लगा दिए है, ताकि सोई हुई सरकार को नींद से जगा सके और वह अपनी परेशानियों को सरकार के कानों तक पहुंचा सके. व्यापारियों का तर्क है कि जब राजनीतिक संगठन अपने आयोजनों में पांच-पांच हजार लोग एकत्रित कर सकते हैं तो हम सभी व्यापारियों को आयोजन में 500 व्यक्ति की छूट क्यों नहीं मिल सकती. हम लोगों पर कोरोना से ज्यादा मार आर्थिक तंगी की पड़ रही है और हमारा परिवार आर्थिक तंगी के बुरे दौर से गुजर रहा है.