विदिशा। कोराना काल में लॉकडाउन की वजह से टेंट और डीजे के व्यापारियों का धंधा पूरी तरह से चौपट हो गया. अनलॉक के बाद लगभग सभी कारोबार खुल गए, लेकिन आज भी टेंट व्यापारियों को अनुमति नहीं दी गई. व्यापारी अब सरकार से मांग कर रहे हैं कि, धंधा शुरू करने के लिए आर्थिक मदद करे. जिससे वो चौपट हो चुके धंधे को दोबारा से शुरू कर सकें.
40 साल के सुनील, डीजे और ढोल का अपना पुस्तैनी धंधा करते हैं. सुनील बताते हैं कि, सरकार सभी व्यापारियों का ध्यान रख रही है. सभी व्यापारियों की आर्थिक मदद भी की जा रही है, लेकिन हमारी ओर किसी का भी ध्यान नहीं है. हम लोग सरकार से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. परिवार का भरण पोषण करने के लिए साहूकारों से कर्ज लिया है, अधिक दिन हो जाने की वजह से अब कोई बाजार से कर्ज भी देने को तैयार नहीं है. कर्ज अदा नहीं करने पर अब साहूकार भी धमकाने लगे हैं. परिवार पर आर्थिक संकट मंडरा रहा है.
अफसर अली भी सालों से बैंड का कारोबार कर रहे हैं. अफसर चाहते हैं कि, सरकार जैसे व्यापारियों की मदद कर रही है, उसी तरह बैंड और टेंट के व्यापारियों की भी मदद करे. सरकार आर्थिक मदद प्रदान करे, जिससे चौपट हो चुके व्यापार को दोबारा से जिंदा किया जा सके.
संजय चौरसिया 32 सालों से विदिशा शहर में टेंट का व्यवसाय कर रहे हैं. संजय का पूरा परिवार इसी कारोबार को करके अपना पालन पोषण करता है. संजय अपनी दुकान के बाहर एक बैनर लगाकर सरकार से मांग कर रहे हैं कि, सरकार उनकी ओर ध्यान दे. उन्हें एक साल के लिए बिना ब्याज के लोन दिलवाया जाए, ताकि खत्म हुए धंधे को दोबारा शुरू करने में कुछ मदद मिल सके.