विदिशा। गौमाता के नाम पर कई राजनैतिक और सामाजिक संगठन आगे आते है लेकिन असल में गौमाता की रक्षा कोई नहीं करता. आज भी गाय के नाम पर सिर्फ राजनीति ही होती है. लेकिन फिर भी चौराहों पर गाय देखने मिल जाएगी इन्ही मुद्दों से छुटकारा दिलाने के लिए महंत कल्याण दास महाराज पिछले 7 दिनों से उपवास पर बैठे हैं.
महंत कल्याण दास महाराज का कहना है कि जो गौ-शालाओं की जमीन है उन पर पूरी तरह से कब्जा हो चुका है. यह गायों पर तरह-तरह के सितम किये जा रहे है. गाय आवारा मवेशियों की तरह सड़कों पर घूमने को मजबूर है. वहीं गौ सत्याग्रह समर्थक असीम शर्मा बताते है कि गौ सत्याग्रह के पहले संत कल्याण दास महाराज के अनुयायी प्रशासनिक अमले से गाय के संरक्षण को लेकर मांग कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि मांगों में प्रमुख रूप से गायों के लिए आरक्षित चरणों की भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने की मांग दोहराई गई थी. उसके बावजूद भी कोई काम नहीं हुआ और जिसके बाद यह गौ सत्याग्रह रविवार से क्रमिक भूख हड़ताल शुरू की जा रही है.