विदिशा। इस साल शहर हो या गांव हर घर में गर्मी के सीजन में कूलर, पंखे और एसी का जमकर उपयोग हुआ है. जिससे बिजली की खपत ने इस बार रिकॉर्ड तोड़ दिया है. भले ही मानसून का सीजन आ गया हो, लेकिन इस सीजन में भी गर्मियों का असर देखा जा रहा है. जिससे इन दिनों भी कूलर और एयर कंडिशनर का उपयोग ज्यादा हो रहा है. जिसे देखते हुए विद्युत मंडल के अधिकारी मानते है कि पिछले सालों की अपेक्षा इस साल घर में उपयोग होने वाली विद्युत की खपत अधिक है.
मानसून में भी AC का उपयोग
आधुनिकता की चकाचौंध में बिजली की खपत अधिक होने लगी है. पहले जहां गर्मी के सीजन में लोग सिर्फ पंखे से काम चलाते थे अब वहीं सामान्य घरों में भी कूलर का इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही बड़े लोगों के घरों में एसी का उपयोग सामान्य बात हो गई है. इसी के चलते मानसून का सीजन आने के बाद भी लोगों के घरों में एसी, कूलर बंद नहीं हुए हैं. कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन में सभी लोग अपने घरों में थे, जिससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग भी बढ़ गया है. ये भी बिजली खपत का एक कारण है.
बता दें कि हर साल जुलाई महीने में विदिशा शहर में बारिश का सीजन आते ही मौसम में ठंडक आ जाती थी और लोग घरों में कूलर और एसी का इस्तेमाल बंद कर देते थे. इस साल मानसून शुरू होने के बावजूद मौसम में ठंडक नहीं है. जिससे लोगों को उमस वाली गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.
हर घर में 7 प्रतिशत बढ़ा बिजली का उपयोग
विद्युत मंडल के अधिकारी मानते हैं कि पिछले साल की अपेक्षा इस साल घरों में उपयोग होने वाली बिजली सात प्रतिशत यूनिट ज्यादा जल रही है. अगर ग्रामीण इलाकों की बात की जाए तो शहर के मुकाबले गांव में भी यूनिट का परसेंट बढ़ा हुआ है. इसका सबसे ज्यादा कारण घरेलू उपकरणों का अधिक उपयोग होना है.
मानसून में AC की बिक्री ने छूआ गर्मी का आंकड़ा
एयर कंडीशनर थोक विक्रेताओं का कहना है कि लॉकडाउन के चलते कुछ मार्केट कम रहा, अगर लॉकडाउन नहीं लगता तो इस बार एसी बाजार हर साल का रिकॉर्ड तोड़ जाता. लॉकडाउन खुलते ही लोगों ने एयर कंडिशनर की इतनी खरीददारी की है कि पिछले साल के गर्मियों का आंकड़ा छू लिया है. व्यापारी ने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण गर्मी है. बारिश के सीजन में भी लोग गर्मी से बेहाल हैं, जिसके चलते सभी एसी खरीद रहे हैं. इसलिए एसी का मार्केट हाल ही में सबसे अधिक देखा जा रहा है.
मानसून में भी कम नहीं हुई बिजली की खपत
गर्मी से निजात पाने के लिए लोग अब एसी ही खरीद रहे है. घरों के अलावा व्यावसायिक क्षेत्रों में भी एसी का उपयोग ज्यादा हो रहा है. शहरों के साथ-साथ अब ग्रामीण इलाकों में भी लोग विद्युत उपकरणों का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. यही वजह है कि बिजली की खपत अधिक हो रही है. देश में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां आज भी बिजली नहीं पहुंची है. वहीं कई क्षेत्रों में ग्रामीण अधिक बिजली बिल आने से परेशान हैं. ऐसे में बिजली की अधिक खपत होना अच्छा संकेत नहीं है.