विदिशा। वर्तमान समय में पर्यावरण असंतुलन की सबसे बड़ी समस्या ग्लोबल वॉर्मिंग है. वहीं इसकी वजह से पृथ्वी का तापमान भी बढ़ रहा है. इसके साथ ही अंधाधुंध जंगलों और पेड़ों की कटाई से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है. इसी कडी़ में पर्यावरण बचाने को लेकर विदिशा में आयोजित जनसुनवाई में असिन शर्मा नाम के शख्स का अनोखा विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला. असीम जनसुनवाई में पेड़ का रूप धारण कर पहुंचे और पर्यावरण संरक्षण की मांग की. जिसके बाद अधिकारियों ने उसे पेड़ों के बचाव के लिए आश्वासन दिया है.
ये है पूरा मामला
⦁ विदिशा के असिन शर्मा मंगलवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित जनसुनवाई में एक पेड़ का रूप धारण कर पहुंचे.
⦁ इसके हाथों में तख्ती, सिर पर पत्तियां और बाजुओं में पेड़ की टहनियां थीं. वे जनसुनवाई में मौजूद लोगों के आकर्षण का केंद्र बने रहे.
⦁ असिन का कहना है कि विदिशा में सबसे अधिक और रातों-रात पेड़ों की कटाई की जा रही है, जिससे वे बहुत आहत हैं.
⦁ कभी बिजली मेंटेनेंस के नाम पर तो कभी दुर्घटना का हवाला देकर विदिशा में भारी संख्या में पेड़ काटे जा रहे हैं.
⦁ असिन का कहना है कि अधिकारियों की मिलीभगत और साजिश के तहत पेड़ों की कटाई कर लकड़ियां बेची जा रही हैं.
⦁ इसके साथ ही पीपल के पेड़ काटे जाने पर धार्मिक भावनाओं को भी आहत करने का आरोप लगाया है.
⦁ असिन शर्मा ने अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि अगर बिल्ली से दूध की रखवाली कराई जाए, तो वो दूध पी जाएगी.
⦁ उन्होंने कहा कि पेड़ों की सुरक्षा उन अधिकारियों के हाथों में दी गई है, जो खुद पेड़ों के दुश्मन बने हुए हैं.
⦁ असिन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से पेड़ों की सुरक्षा के लिए एक अलग टीम का गठन करने की मांग की है.