मुरैना। हाल ही में चंबल पर बनी फिल्म सोन चिरैया का विरोध शुरू हो गया है. लोगों का कहना है कि मुरैना चंबल में ऐसी कई अच्छी तश्वीरें हैं, जो फिल्म निर्देशक कभी भी नहीं दिखाते. इस फिल्म में चंबल की गलत छवि को दर्शाया गया है. ऐसी फिल्म से लोगों पर चंबल को लेकर गलत मानसिकता पनपती है.
दरअसल, फिल्म में चंबल टूरिज्म को लेकर जो बातें कही गई हैं, उन बातों को लेकर विरोध शुरू हो गया है. जिसके चलते शहर के प्रबुद्ध लोगों ने जिला प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. ज्ञापन देने वालों का कहना है कि इस फिल्म में चंबल की गलत तस्वीर पेश की गई है. फिल्म निर्माता व निर्देशक ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां आने वालों का कैमरा छीना जा सकता है, बल्कि वह खुद भी गायब हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो फिल्म निर्माताओं को कैमरे क्यों नहीं छीने, कुल मिलाकर सिर्फ पैसा कमाने के उद्देश्य निर्माता व निर्देशक ने मुरैना चंबल की गलत तस्वीर पेश की है.
लोगों ने बताया कि उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा केंद्र सरकार से मांग की है कि इस फिल्म पर बैन लगाया जाए, साथ ही निर्माता रोनी स्क्रूवाला और निर्देशक अभिषेक चौबे के खिलाफ लीगल नोटिस भेज कर उन पर कार्रवाई की जाए. समाजसेवी आशा सिकरवार का ये भी कहना है जितना चंबल में महिलाएं सुरक्षित हैं, उतना तो दिल्ली-मुम्बई में नही हैं. यहां महिलाएं रात में घूम व चल सकती हैं. ऐसी फिल्मों को देखकर बाहर के लोग तो मुरैना चंबल को गलत नजीरिये से देखते हैं.