विदिशा। शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र विदिशा जिले की पांच विधानसभा क्षेत्रों में से एक है. शमशाबाद विधानसभा के सागर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है. शमशाबाद तहसील, नटेरन तहसील और विदिशा तहसील का कुछ हिस्सा शामिल है. शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता ने 2 मौकों को छोड़कर हमेशा भाजपा प्रत्याशियों को विधानसभा पहुंचाया है. यहां के लोग पूरी तरह कृषि पर निर्भर है. शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र में 2 बड़े डैम है जिनसे पूरे क्षेत्र की सिंचाई और पेयजल की आपूर्ति होती है.
शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र की खासियत: यह क्षेत्र विशुद्ध ग्रामीण क्षेत्र है यहां के लोगों की आजीविका का मुख्य साधन कृषि है. विधानसभा क्षेत्र के बड़े हिस्से में यहां सिंचाई के लिए नहर बन जाने से यहां लोग दोनों फसल भरपूर मात्रा में पैदा कर रहे हैं. क्षेत्र में जिला मुख्यालय को जोड़ने वाली मुख्य सड़क बहुत अच्छी बन गई है. जिससे आकस्मिक स्थिति में जिला मुख्यालय या भोपाल तक पहुंचने में आसानी होती है और पर्याप्त साधन मिल जाते हैं.
क्षेत्र में मतदाता: शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 94 हजार 863 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. जिसमें से 1लाख 02 हजार 847 पुरुष मतदाता हैं तो वहीं 92 हजार 011 महिला मतदाता हैं. जबकी 5 अन्य श्रेणी के मतदाता हैं.
पिछले चुनाव परिणाम: शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता ने पिछले 7 चुनावों में 6 बार भाजपा उम्मीदवारों को विधानसभा पहुंचाया है. सन 1985 कांग्रेस के मेहताब सिंह यादव और सन 1998 में अजेय भारत पार्टी के रुद्र प्रताप सिंह गैर भाजपाई विधायक चुने गए है. पिछले 4 चुनावों से भाजपा ही जीतती आई है. 2008 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के सूर्य प्रकाश मीणा ने कांग्रेस के सिंधु विक्रम सिंह (भाव बाना) को 20 हजार वोटों से हराया जबकी 2013 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के सूर्य प्रकाश ने कांग्रेस की ज्योत्सना यादव को 3 हजार 158 वोटों से हराया.
2018 विधानसभा चुनाव: 2018 के चुनाव में भाजपा की राजश्री सिंह ने कांग्रेस की ज्योत्सना यादव को 7 हजार 340 वोटो हराया था. इस चुनाव में राजश्री सिंह को 62,607 जबकी ज्योत्सना यादव को 55,267 वोट मिले थे.
2023 चुनाव के लिए समीकरण: 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र में दोनो दलों से अनेक उम्मीदवार अपने टिकिट की उम्मीद से जमकर सक्रिय हो गए हैं और गांव-गांव घूमकर जनसंपर्क कर अपने कार्यकर्ताओं में जोश भर रहे है. भाजपा से वर्तमान विधायक राजश्री सिंह, इनके पति रुद्र प्रताप सिंह तो 2008 और 2013 में विधायक और राज्य सरकार में मंत्री रहे. सूर्य प्रकाश मीना भी अपना दावा जोर शोर से पेश कर रहे हैं तो जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष रहे श्याम सुंदर शर्मा और सिंधिया गुट से नरेंद्र सिंह खदेर भी अपने टिकिट की उम्मीद में जमकर जनसंपर्क में जुटे है. वहीं कांग्रेस से जिला पंचायत सदस्य सिंधु विक्रम सिंह का दावा सबसे मजबूत माना जा रहे है. तो पिछले तीन चुनाव लगातार हार चुकी ज्योत्सना यादव को भी फिर से अपने टिकिट मिलने की उम्मीद है. वहीं नटेरन के जनपद सदस्य इंदर सिंह यादव भी टिकिट की लाइन में लगे हैं.
स्थानीय मुद्दे: शमशाबाद विधानसभा क्षेत्र में पूरा ग्रामीण क्षेत्र आता है जहां अधिकांश लोगो की आजीविका का मुख्य साधन कृषि है लेकिन क्षेत्र में कोई भी कृषि आधारित उद्योग या बड़ी मंडी न होने से किसानों को अपनी उपज बेचने काफी परेशानी और नुकसान भुगतना पड़ता है. कोई बड़े उद्योग या शिक्षा के साधन न होने से रोजगार और पढ़ाई के लिए आसपास के बड़े शहरों की और पलायन करना पड़ता है.