विदिशा। एक तरफ सरकार हर एक किसान को प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का मुआवजा देने की बात कर रही है. वहीं दूसरी तरफ किसान आज भी मुआवजा की राशि के लिए दरदर भटकने की मजबूर है. किसान कैलाश शर्मा का कहना है कि जब भी वह मुआवजा लेने जाते है. तो उसे कहा जाता है कि धान की फसल पर सरकार ने कोई मुआवजा तय नहीं किया है.
महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा किसान
सातपाड़ा सराय का किसान कैलाश शर्मा ने अपने ही खेत में धान की फसल बोई थी. अत्यधिक बारिश से किसान की पूरी फसल बर्बाद हो गई. किसान ने जिसके फोटो प्रशासन के आलाधिकारियों को उपलब्ध कराए. लेकिन प्रशासन की नजरों से जिले में धान का कोई नुकसान नहीं हुआ है. इसलिए इन किसानों को इस मुआवजे से वंचित रखा गया है.
सरकार पर लगाया पक्षपात का आरोप
किसान कैलास शर्मा एक कहना है सरकार हमारे साथ पक्षपात का व्यवहार कर रही है. पूरे गांव का मुआवजा आ गया. लेकिन मुझे इस मुआवजा से वंचित रखा गया है. सरकार से मांग करता हूं कि दोबारा से सर्वे कराया जाए.
मुआवजा के लिए दर दर भटकने को मजबूर किसान - विदिशा न्यूज
विदिशा में एक किसान मुआवजा के लिए दर दर भटकने को मजबूर है. किसान का आरोप है कि सरकार हमारे साथ पक्षपात का व्यवहार कर रही है. पूरे गांव का मुआवजा आ गया. लेकिन मुझे इस मुआवजा से वंचित रखा गया है.
विदिशा। एक तरफ सरकार हर एक किसान को प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का मुआवजा देने की बात कर रही है. वहीं दूसरी तरफ किसान आज भी मुआवजा की राशि के लिए दरदर भटकने की मजबूर है. किसान कैलाश शर्मा का कहना है कि जब भी वह मुआवजा लेने जाते है. तो उसे कहा जाता है कि धान की फसल पर सरकार ने कोई मुआवजा तय नहीं किया है.
महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा किसान
सातपाड़ा सराय का किसान कैलाश शर्मा ने अपने ही खेत में धान की फसल बोई थी. अत्यधिक बारिश से किसान की पूरी फसल बर्बाद हो गई. किसान ने जिसके फोटो प्रशासन के आलाधिकारियों को उपलब्ध कराए. लेकिन प्रशासन की नजरों से जिले में धान का कोई नुकसान नहीं हुआ है. इसलिए इन किसानों को इस मुआवजे से वंचित रखा गया है.
सरकार पर लगाया पक्षपात का आरोप
किसान कैलास शर्मा एक कहना है सरकार हमारे साथ पक्षपात का व्यवहार कर रही है. पूरे गांव का मुआवजा आ गया. लेकिन मुझे इस मुआवजा से वंचित रखा गया है. सरकार से मांग करता हूं कि दोबारा से सर्वे कराया जाए.